________________ जे बद्धाउचउक्का ते रोविअ खाइमं लहंति त्ति / नज्जइ नो पडिसेहो विसेसओ दीसई तत्थ // 28 // सम्मत्तुप्पायविहिं भव्वा भावंतगा इमं सम्मं / निम्महिअमोहजोहा हवंति संसुद्धसम्मत्ता // 29 // . पू.आ.श्रीजिनभद्रसूरिविरचितम् // श्रीद्वादशाङ्गीपदप्रमाणकुलकम् // नमिऊण जिणं अंगाण पयप्पमाणं अहं पयंपेमि / तत्थ पयमत्थ उवलद्धि जत्थ किर एवमाईअं // 1 // अट्ठारस छत्तीसा बावत्तरि सहस तह य अणुक्कमसो / आयारे सूअगडे ठाणंगे चेव पयसंखा // 2 // समवाए अ पमाणं लक्खो एगो सहस्स चउआला / भगवईए पयसंखा दो लक्खा सहस्स अडसीइ // 3 // नयाधम्मकहंगे अद्धचउत्थकोडीकलाकलिए / ' पण लक्खा छवत्तरि सहस उवासगदसाअंगे ..सत्तम्मि लक्खिगारस सहस्स बावन्नं अट्ठमे अंगे। अंतगडदसानामे लक्खा तेवीस चउसहस्सा तहणुत्तरोववाई नवमे अंगम्मि लक्ख छायाला / अडसहसा अह दसमे पण्हावागरणनामम्मि बाणवई लक्खाई सोल सहस्सा तहा विवागसुए / इकारसमे अंगे पयप्पमाणं इमं वुच्छं // 7 // एगा कोडी चुलसीइ लक्खा बत्तीस सहस्स इअ माणं / इकारस अंगाणं भणिअमहं बारसंगम्मि तं पुण दिट्ठीवाओ स पंचहा वण्णिओ अ समयम्मि / परिकम्मसुत्तपुव्वगय-णुओग तह चूलिआओ अ // 4 // // 8 // // 9 // 151