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________________ सीहाइअभिभूओ पायवगमणं करेइ थिरचित्तो। आउम्मि पहुप्पंते विआणिउं नवर गीअत्थो . // 1620 // संघयणाभावाओ इअ एवं काउ जो उ असमत्थो / सो पुण थेवयरागं कालं संलेहणं काउं // 1621 / / इंगिणिमरणं विहिणा भत्तपरिण्णं व सत्तिओ कुणइ / संवेगभाविअमणो काउ णीसल्लमप्पाणं // 1622 // इंगिणिमरणविहाणं आपव्वज्जं तु विअडणं दाउं / संलेहणं च काउं जहासमाही जहाकालं // 1623 // पच्चक्खइ. आहारं चउव्विहं णियमओ गुरुसमीवे। . इंगिअदेसम्मि तहा चिटुं पि हु इंगिअंकुणइ // 1624 / / उव्वत्तइ परिअत्तइ काइअमाईसु होइ उ विभासा / किच्चं पि अप्पण च्चिअ जुंजइ नियमेण धिइबलिओ // 1625 // भत्तपरिण्णाए वि हु आपव्वज्जंतु विअडणं देइ / पुव्विं सीअलगो वि हु पच्छा संजायसंवेगो . // 1626 / / वज्जइ अ संकिलिटुं विसेसओ णवर भावणं एसो।। उल्लसिअजीवविरिओ तओ अ आराहणं लहइ // 1627 / / कंदप्पदेवकिब्बिस अभिओगा आसुरा य सम्मोहा।। एसा उ संकिलिट्ठा पंचविहा भावणा भणिआ // 1628 // जो संजओ वि एआसु अप्पसत्थासु वट्टइ कहंचि / सो तविहेसु गच्छइ सुरेसु भइओ चरणहीणो // 1629 // कंदप्पे कुक्कुइए दवसीले आवि हासणपरे अ / विम्हावितो अ परं कंदप्पं भावणं कुणइ // 1630 // कहकहकहस्सहसणं कंदप्पो अणिहुआ य संलावा / कंदप्पकहाकहणं कंदप्पुवएस संसा य ' // 1631 // 136
SR No.004452
Book TitleShastra Sandesh Mala Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinayrakshitvijay
PublisherShastra Sandesh Mala
Publication Year2005
Total Pages310
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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