SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 10
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ gusagershargesegusage स्वप्न देखा। करपात्र से पारणा किया। 37.पारणे का दिन * अक्षय तृतीया। जिस दिन पारणा हुआ उस दिन को अक्षय तृतीया कहा गया। 20 38.दीक्षा गुरू * स्वयमेव। कोई गुरू नहीं। V 39.दीक्षा साथी + कच्छ, महाकच्छ आदि चार हजार पुरूष। 19 40.कलाएं + पुरूषों की 72 व स्त्रियों की 64 कलाएं सिखाई। *. एक वर्ष, एक माह व दस दिनों - का। 42 केवली पर्याय + एक हजार वर्ष न्यून एक लाख SARIGOLGIRLSAR श्री 41. तप 43.केवल ज्ञान, तप फाल्गुन कृष्णा एकादशी को उत्तराषाढ़ा नक्षत्रा में शकटमुख नामक उद्यान में 3 गाऊ ऊँचे, वटवृक्ष के नीचे, पुरिमताल नगर में तेले तप GALSARGreen></ ॐ 44.भगवान ऋषभदेव का धर्म परिवार - गणधर + 84 + 84 हजार, साध्वी-तीन साधु लाख தலைலை லைலைகை
SR No.004425
Book TitleRushabh Charitra Varshitap Vidhi Mahatmya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPriyadarshanashreeji
PublisherMahavir Prakashan
Publication Year2000
Total Pages116
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Ritual, & Vidhi
File Size13 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy