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________________ बकासन बकासन बकासन विधि पैरों को एक-दूसरे के समीप रखकर खड़े हो जाइये / कमर से झुकिये तथा हाथों से बायें पैर की अंगुलियों को पकड़िये। दाहिने पैर को ऊपर की ओर अधिक से अधिक उठाइये / : किसी भी पैर का घुटना मुड़ने न पाये / ... इस स्थिति में जितनी देर रह सकें, रहें / दोनों पैरों से करें। . सात : . कमर झुकाते समय रेचक कीजिए। अंतिम अवस्था में श्वास स्वाभाविक रखें। सीधी स्थिति में लौटते समय पूरक कीजिये / शरीर के संतुलन पर। लाम - मस्तिष्क में रक्त -परिवहन क्रिया को ठीक करता है। हाथों, कलाइयों - और पैरों के स्नायुओं को शक्तिशाली बनाता है / पीठ के निचले प्रदेश को ... शिथिल करता है / नाड़ियों में संतुलन लाता है। 213
SR No.004406
Book TitleAasan Pranayam Mudra Bandh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSatyanand Sarasvati
PublisherBihar Yog Vidyalay
Publication Year2004
Total Pages440
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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