________________ अंतिम स्थिति .. पहली स्थिति पर पचासन पद्मासन में दाहिना हाथ पीछे ले जाकर दायें पैर का अंगूठा पकड़िये / बायें हाथ को पीठ के पीछे ले जाकर बायें पैर का अंगूठा पकड़ने का प्रयल कीजिये / अभ्यासी अगर श्वास बाहर छोड़ दे और थोड़ा आगे की ओर झुक जाये तो दोनों पैरों के अंगूठे पकड़ने में आसानी होगी। आगे झुकिये तथा माथे को जमीन से लगाने का प्रयल कीजिये / इसी स्थिति में कुछ देर रुक कर पुनः पूर्व स्थिति में वापस आइये / श्वास झुकते हुए श्वास छोड़िये तथा श्वास लेते हुए वापस आइये। एकाग्रता आध्यात्मिक : अनाहत चक्र पर। शारीरिक : नाभि या श्वास-प्रक्रिया पर / सम उदर सम्बन्धी रोगों के लिए फायदेमन्द है। बच्चों के विकास में तथा अविकसित सीने को पुष्ट और मजबूत करने में उपयोगी है। हाथों, कंधों व पीठ को मजबूत व पुष्ट करता है। 136