________________ 564) श्रीसिद्धहेमशब्दानुशासन [सूत्राणामकाराधनुक्रमणिका न दिस्योः / 4 / 3 / 61 // नवाणः / 6 / 4 / 142 // नदीदेशपुरां-नाम् / 3 / 1142 / / नवादीन-स्य / 7 / 2 / 160 // नदीभिर्नाम्नि।३।१।२७ // नवाद्यानि शतृ-पदम् / 3 / 3 / 19 / / नद्यादेरेयण। 6 / 3 / 2 // नवापः / 24 / 106 // नद्यां मतुः / 6 / 2 / 72 // नवा परोक्षायाम् / 4 / 4 / 5 / / न द्वित्वे / 7 / 2 / 147 / / नवा भावारम्भे / 4 / 4/72 / / न द्विरद्वय-त् / 6 / 2 / 6 // नवा रोगातपे / 6 / 3 / 82 // . न द्विस्वरा-तात् / 6 / 3 / 29 // नवा शोणादेः / 2 / 4 / 31 / / न नाडिन्देत् / 1 / 4 / 27 // नवा सुजथैः काले 2 / 2 / 9 / / न नाम्नि / 7 / 3 / 176 // नवा स्वरे / 2 / 3 / 102 // न नाम्येक-ऽमः।३।२।९॥ न विंशत्यादि-न्तः / 3 / 169 // न नृपूजार्थध्वज०७१।१०९॥ / न वृद्धिश्चा-पे।४।३।१।। ननौ पृष्टोक्ती-त् / 5 / 2 / 17 // न वृद्भयः / 4 / 4 / 55 // चन्द्यादिभ्योऽनः / 5 / 1 / 52|| नवैकस्वराणाम् / 3 / 2 / 66 / / नन्वोर्वा / 5 / 2 / 18 // - नशः शः / 2 / 3 / 78 // नपुसकस्य शिः / 1 / 4 / 55|| न शसदद-नः।४।१।३०॥ नयुसका बा। 7 / 3 / 89 // न शात् / 1 / 3 / 62 // न पुंवनिषेधे / 3 / 2 / 71 // न शिति / 4 / 2 / 2 // न प्राग्जितीये स्वरे / 6 / / 35 // नशेर्नेश वाडि / 4 / 3 / 102 / / न प्रादिरप्रत्ययः / 3 / 3 / 4 // | नशो धुटि / 4 / 4 / 109 // न बदनं संयोगादिः / 4 / 15 / / नशो वा / 2 / 1 / 70 // नमस्पुरसो-सः / 2 / 3 / 1 // | न श्विजागृशस-तः / 4 / 3 / 49|| नमोवरिवश्चित्रको-ये ।शष्टा३॥ न संधिः / 1 / 3 / 52 // न यि तद्धिते / 2 / 1 / 65 // न संधिकीय-लुकि / 7 / 4 / 111 // न राजन्य-के / 2 / 4 / 94 // न सप्तमीन्द्वादि० श१५५।। न राजाचार्य-रुणः / 7 // 1 // 36 // न सवोदिः / 1 / 4 / 12 // न रात् स्वरे। 1 / 3 / 37 // नसस्य / 2 / 3 / 65 / / नरिकामामिका / 2 / 4 / 112 / / न सामिवचने / 7 / 3 / 57 // नरे।३।२।८०॥ न स्तं-र्थे / 1 / 1 / 23 // नवम्चेर्गती।४।१।११३॥ नसनासिका-द्रे / 3299 // नत्रभ्या -वाः।१।४।१६॥ न स्सः / 2 / 3 / 59 // न वमन्तसंयोगात् / 2 / 11111 // न हाको लुपि / 4 / 249|| नक्यज्ञादयोऽन्ते। 6 / 4 / 73|| नहाहोर्धतौ।२।१।८५ // न वयो य / 4 / 1 / 73 // नाडीघटीखरी-श्च / 5 / 1 / 120 / / नवा कणयमहसस्वनः / 5 / 3 / 48 // नाडीतन्त्रीभ्यां स्वाङ्गे / 7 / 3 / 180 // नवाऽखित्कृद-त्रेः। 3 / 2 / 117|| नाथः / 2 / 2 / 10 // नषा गणः-रित् 714 / 86 // / नानद्यतन-त्योः / 5 / 4 / 5 / / नानावधारणे / 7 / 4 / 74|| नान्यत् / 2 / 1 / 27 // नाप्रियादौ / 3 / 2 / 53 // नाभेर्नभ-शात् / 7 / 1 // 31 // नाभेर्नाम्नि। 7 / 3 / 134 // नामन्ये / 2 / 1 / 92 // नाम नाम्नकार्य० // 3 // 1 // 18 // नामरूप-य: [72 / 58|| नाम सिद-ने / 1 / 1 / 21 // नामिनः काशे / 3 / 2187 // नाभिनस्तयोः षः / 2 / 3 / 8 / / नामिनोऽकलिहलेः / 4 / 3 / 5 / / नामिनो गुणो-ति ।४।३।शा नामिनोऽनिट / 4 / 3 / 33 / / नामिनो लुग्वा / 1 / 4 / 61 / / नाम्नः प्रथम-हौ / / 2 / 31 // नाम्नः प्राग- 73 // 12 // नान्ना ग्रहादिशः / 5 / 4 / 83 / / नाम्नि।२।१।९५ // नाम्नि।२।४।१२॥ नाम्नि / 3 / 1 / 94 / / नाम्नि / 3 / 2 / 16 // नाम्नि / 3 / 2 / 75 // नाम्नि / 3 / 2 / 1944 / / नाम्नि। 6 / 4 / 172 // नाम्नि कः / 6 / 2 / 54 // नाम्नि पंसि च / 5 / 3 / 12 / / नाम्नि मक्षिकादि० / 6 / 3 / 193 / / नाम्नि वा / 1 / 2 / 10 / / नाम्नि शरदोऽकम् / 6 / 3 / 100 // नाम्नो गमः-हः / 5 / 3 / 13 / / नाम्नो द्विती-म / 4 / 117 // नाम्नो नोऽनह्नः / 2 / 1 / 9 / / नाम्नो वदः क्यप् च / 5 / 135 / / नाम्न्युत्तरपदस्य च / 32 / 107|| नाम्न्युदकात् / 6 / 3 / 125 / / नाम्यन्तस्था-पि / 2 / 3 / 15 / / . नत