________________ शासनप्रभावक प्रखरवक्ता परमनिःस्पृही परमपूजनीय श्रो अमोवि ज य जी महाराज प०पू० मुनिराज श्री अमीविजयजी म. आचार्य भगवंत श्री क्षमाभद्रसूरिजी . तपस्वीरत्न पूप.श्री भक्तिवि.म., पू.मु.श्री गुणवि.म., पू.श्री भाववि.म, पू.श्री माणक वि.म. वगेरे मुनिमंडल *