________________ अढीछीपना नकशानीहकीगत. 125 प्रतरगणितानि. क. प्र. घनगणितानि वैताढ्य नूमौ. 103545 श६॥ 5123076 50 वि०५१२३ण्डारश१० वि० 2024 307345 / 15 30 वि० ३०७३न्॥१६॥१० 513307 // 12 3032 / 11 सकलवैताट्यग. एशए क 14 २१४५६ए राज१० २१४५६ए७१४४१६। प्रतिकला. 12 67253145 // 5 // 10 १एन्दरदार 54473U003 ३ए१७३६३७३० प्रतिकला 15 14254665617 // 17 ५७०२६६एए 1635733011 इति अष्टप्रकारगणितं समाप्तं // हवे ए जीवाप्रमुख गणितनी संग्रह गाथा कहे ॥योजण सहस्स नवगं,सत्ते वसया हवंति अमयाला // बारसय कला सकला,दाहिण जरहरू जीवा // 2 // दसचेव सहस्सा इंजीवा सत्तय सया वीसाइं॥ बारसय कला जपा, वेय गिरिस्स विनेया // 2 // चउदसय सहस्साशं, सया चत्तारि एग सयरा॥नरहड्डत्तर जीवा, बच्चकला ऊणिया किंचि // 3 // चवीस सहस्सा, नवयसए जोयणाण बत्तीसे // चुहिमवंत जीवा, श्रआयामेणं कलहं च // 4 // सत्तत्तीस सहस्सा, बच्चसया जोयणाण चल सयरा // हेमवयवासजीवा, किंचूणा सोलस कला य // 5 // तेवन्न सहस्सा, नवयसया जोय पाण गतीसा // जीवाय महाहिमवे, अकला चकला य // 6 // एगुत्तरा नवसया, तेवत्तरिमेव जोयण सहस्सा // जीवा सत्तरस कला, अझकला चेव हरिवासे // 7 // चउणव सहस्सा, उप्पन्नहियं सयंकला दोय // जीवा निसहस्सेसे, लवं जीवा वि देखे // // // इति जीवासंग्रहगाथा // नवचेव सहस्साशं, वहाई सयाई सत्तेव // सविसेस कलाचेगा, दाहिणजरहरू धणु पिठं ॥ए॥ दसचेव सहस्साई, सत्तेव सया हवंति तेयाला // धणु पिठं वेय, कलाय पन्नरस हवंति // 10 // सोलस चेव कला ऊ, अहिया हुंति अझनागेणं // बाहावेयसन, अठासीया तहा चउरो // 11 // चउदस य सहस्सा, पंचेव सयाई अगवीसा॥ कारसय कला, धणुपिठं उत्तरक स्सं // 12 // जरहद्धत्तर बाहा, अहारस हुँति जोयण सया॥ बाणज्य जोयणाणिय, अझकला सत्तय कला // 13 // धणु हिमवेकल चउरो, पणवीस सहस्स उसय तीस