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________________ 101 अढीछीपना नकशानी हकीगत. जुएश६ सरवाले ए४६ थया ते बाद करवा. 13252)136759(1 बाकी 1367 रह्या उपर एकावन्न लीधा. 13252 6626 पु 13255) एकुं 13255 थया. एकनो नाग श्राव्यो माटे एकेकुं एक चांपी मांड्यो. 132521 सरवाले 132521 गया. १३२५२२)४२३०ए ( बाकी 4230 रह्या, उपर एश सीधा जाग न पहोचे माटे पडी. १३२५५२०)४२३०एसए(३ फरी ४२३०एर नी उपर पुए नो श्रांक लीधो. ३ए७५६६० (665610 ने बमणा करतां 135220 त्रिका ३ए७५६६० थया. त्रणनो नाग आव्यो माटे त्रण त्रिक नव चांपी मांड्या. ३ए७५६६०ए सरवाले ३ए७५६६०ए गया. 1325206) २५५२६०ए६ (1 बाकी 2552670 रह्या उपर बन्नु लीधा. 13255206 6656103 ने बमणा करी 13252206 एकां एटलाज 1 एकनो नाग श्राव्यो माटे एकेकुं एक चांपी मांड्यो. 132522061 सरवाले 132522061 गया. 132522062) ११२१४५०३५१०(ए बाकी 1 45035 रह्या उपर दश लीधा. ११एश्६एए५७ ६६५६१०३१ने बमणा करतां 132522065 नवां ११एश्६एज्५५७ थया. ___1 नवनो नाग श्राव्यो माटे नेवे नेवे र चांपी मांग ११एश्६एज५६६१ सरवाले १९एर 65661 गया. 1325220637) ३४७५१७७४ए (शेष ३४३५१७४ए राशि रही. एने लब्धराशिनो श्रां क ६६५६१०३१ए ले तेने बमणा करतां 1325220630 नो अांक थाय, तेनी साथे जाग पहोचे नही तेने सूक्ष्म गणित नथी माटे एमज पमता मूकवा. अने ६६५६१०३१ए ए लब्ध प्रतर प्रतिकला थर, तेने उंगणीश नागे वेंचीये, तेवारे ३वश्श कलानी उपर प्रतिकला थाय. हवे एना योजन करवा सारु फरी अंगणीश नागे वेंचिये तेवारें ( 173545 ) योजननी उपर बार कला अने उ प्रतिकला तथा ३४७५१७Hए एटली संख्यांनी पूर्वोक्त 1325220637 छेद राशि वाली शेष राशि रही, ए दक्षिणरताना प्रतर करी देखाड्या. तेना यंत्रनी स्थापना नीचे करीये बैये.
SR No.004399
Book TitleAdhidwipna Nakshani Hakikat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShravak Bhimsinh Manek
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1909
Total Pages256
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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