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________________ अढीकीपना नकशानी हकीगत. 1756 उपरना श्रांकमांथी बाद करतां बाकी 1756 वध्या. .: (6324)175600(2 वधेला 1756 नी उपर शेषनी 4 शुन्यमां बे शुम्य लीधी. मूल शोधवा माटे 3165 ने बमणा करी 6324 नो जागः १२६धत आपतां 6324 पु 15647 थया. 4 बेनो नाग श्राव्यो माटे हुए हुए४ नो आंक नीचे चांपी मांड्यो. 15644 चारना आंकने नीचे चांपी मांगतां सरवालानी संख्या थ. ४ए११६ उपरला आंकमांथी बाद करतां बाकी वध्या ४ए११६. ६३२४४(ए११६००(७ बाकी वधेला भए११६ उपर शेष बेशुन्य रही हती ते लीधी. मूल शोधवा माटे 316 ना आंकने बमणाकरतां 63544 थया. 442707 तेनो नाग थापतां 63244 साती 4427 थया. भए सातनो नाग श्राव्यो माटे सातुं सतियां ४ए ना आंकने नी चे चांपी मांड्यो. ४४२११२ए उंगणपचासना श्रांकने चांपी मांडतां सरवालानी संख्या थर. 1 उपरला ए११६०० ना कमांथी बाद करतां बाकी वध्या. 4 उपला योजननां कोश करवाने अर्थे चारनां श्रांक साथे गुणीये. ६३२४५४)रए३७४(३ चारे गुणतां कोशनी संख्या थर. . २०ए७३६२ मूल शोधवा माटे 31627 नो आंक आव्यो . तेने बमणो करतां 632454 थाय ए के नाग श्रापतां त्रण गाउम १७ए७३६२ गाउ नो आंक गयो४०५२ एटलो आंक बाकी गाउनी राशिमांथी वध्यो. 2000 एना धनुष्य करवा सारं बे हजारना क साथे गुणवो. 632454)204400 बे हजारनां ांक साथे गुणतां 1044000 थया. जए५४१९२) 632454 ने नाग देतां 127 धनुष्यमां ए५४११२ गया. ए बाकी जए धनुष्य वध्या. ए६ एना अंगुल करवाने बन्नु गुणा करवा. ६३५४५४)दशए४७ बन्नुं गुणा करतां एटला अंगुलनी राशि थर. ७५३७१२ए एने 635454) ने नाग देतां साडातेर अंगुलमां शांक जाय ए१११ए एटलो श्रांक शेष अंगुलनी राशिनो उगख्यो
SR No.004399
Book TitleAdhidwipna Nakshani Hakikat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShravak Bhimsinh Manek
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1909
Total Pages256
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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