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________________ भगवई स. 12 उ. 4 733 दुपएसिए खंधे एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ दो दुपएसिया खंधा एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ अहवा चत्तारि दुपएसिया खंधा भवंति, पंचहा कज्जमाणे एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला एगयओ तिण्णि दुपएसिया खंधा भवंति, छहा कज्जमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला एगयओ दो दुपएसिया खंधा भवंति सत्तहा कज्जमाणे एगयओ छ परमाणपोग्गला एगयओ दुपए सिए खंधे भवइ अट्टहा कज्जमाणे अट्ठ पर. माणुपोग्गला भवंति / णव मंते ! परमाणपोग्गला० पुच्छा, गोयमा ! जाव णवविहा कज्जंति, दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ अट्ठपएसिए खंधे भवइ, एवं एक्केक्कं संचारेंतेहिं जाव अहवा एगयओ चउप्पएसिए खंधे एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ, तिहा कज्जमाणे एगयओ दो पर. माणुपोग्गला एगयओ सत्तपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ पर. माणुपोग्गले एगयओ तिपए सिए खंधे एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ दो चउप्पएसिया खंधा भवंति अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ तिपएसिए खंधे एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा तिणि तिपएसिया खंधा भवंति, चउहा कज्जमाणे एगयओ तिण्णि परमाणपोग्गला एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला एगयओ तिपएसिए खंधे एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणपोग्गले एगयओ दो दुपएसिया खंधा एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति अहवा एगयओ तिणि दुप्पएसिया खंधा एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ, पंचहा कज्जमाणे एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एग.
SR No.004390
Book TitleAngpavittha Suttani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanlal Doshi, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year1982
Total Pages1476
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, agam_acharang, agam_sutrakritang, agam_sthanang, agam_samvayang, agam_bhagwati, agam_gyatadharmkatha, agam_upasakdasha, agam_antkrutdasha, & agam_anutta
File Size23 MB
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