________________ 564 अंग-पविट्ठ सुत्ताणि णं कोहमाणमायालोमा वोच्छिण्णा भवंति तस्स णं इरियावहिया किरिया कज्जइ णो संपराइया किरिया कज्जइ, जस्स णं कोहमाणमायालोभा अवोच्छिण्णा भवंति तस्स णं संपराइया किरिया कज्जइ णो इरियावहिया०, अहासुत्तं रीयमाणस्स इरियावहिया किरिया कज्जइ उस्सुत्तं रीयमाणस्स संपराइया किरिया कज्जइ, से णं उस्सुत्तमेव रियइ, से तेणठेणं० // 266 // अह भंते ! सइंगालस्स सधूमस्स संजोयणादोसदुद्रुस्स पाणभोयणस्स के अट्ठे पण्णत्ते ? गोयमा ! जे णं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा फासुएसणिज्जं असणपाण 4 पडिग्गाहित्ता मच्छिए गिद्धे गढिए अज्झोववण्णे आहारं आहारेइ एस गं गोयमा ! सइंगाले पाणभोयणे, जे णं णिग्गंथे वाणिग्गंथी वा फासुएसणिज्ज असणपाण 4 पडिग्गाहित्ता महया 2 अप्पत्तियकोहकिलामं करेमाणे आहारमाहारेइ एस णं गोयमा! सधमे पाणभोयणे, जेणं णिग्गंथे वा 2 जाव पडिग्गाहेत्ता गुणप्पायणहेऊ अण्णदध्वेण सद्धिं संजोएत्ता आहारमाहारेइ, एस गं गोयमा ! संजोयणादोसदुठे पाणभोयणे, एस णं गोयमा ! सइंगालस्स सधमस्स संजोयणादोसदुट्ठस्स पाणभोयणस्स अट्ठे पण्णत्ते / अह भंते ! वीतिगालस्स वीयधूमस्स संजोयणादोसविप्पमुक्कस्स पाणभोयणस्स के अट्ठे पण्णत्ते ? गोयमा ! जे णं णिग्गंथे वा जाव पडिग्गाहेत्ता अमुच्छिए जाव आहारेइ एस णं गोयमा ! वीतिगाले पाणभोयणे, जे णं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा जाव पडिग्गाहेत्ता णो महया अप्पत्तियं जाव आहारेइ, एस णं गोयमा ! वीयधूमे पाणभोयणे, जे णं णिगंथे वा णिगंथी वा जाव पडिग्गाहेत्ता जहालद्धं तहा आहारमाहारेइ एस णं गोयमा! संजोयणादोसविप्पमुक्के पाणभोयणे, एस णं गोयमा ! वीतिगालस्स वीयधूमस्स संजोयणादोसविप्पमुक्कस्स पाणभोयणस्स अट्ठे पण्णत्ते // 267 // अह भंते ! खेताइक्कंतस्स कालाइक्कंतस्स मग्गाइक्कंतस्स पमाणाइक्कंतस्स पाणभोयणस्स के अठे पण्णते ? गो० ! जे णं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा फासुएसणिज्जं असणं 4 अणुग्गए मूरिए पडिग्गाहित्ता उग्गए सूरिए आहारमाहा. रेइ एस णं गोयमा ! खेत्ताइक्कते पाणभोयणे, जे णं णिग्गंथो वा 2 जाव साइमं पढमाए पोरिसीए पडिग्गाहेत्ता पच्छिमं पोरिसि उवायणावेत्ता आहारं आहारेइ एस णं गोयमा ! कालाइक्कते पाणभोयणे, जे णं णिगंथो वा 2 जाव साइम पडिग्गा हित्ता परं अद्धजोयणमेराए वीइक्कमावइत्ता आहारमाहा.