________________ 562 अंग-पविट्ठ सुत्ताणि गोयमा ! पढमसमयोववण्णए वा चरमसमए भवत्थे वा, एत्थ णं जीवे गं सव्वप्पाहारए भवइ, दंडओ भाणियव्वो जाव वेमाणियाणं // 256 // कि संठिए णं भंते ! लोए पणते ? गोयमा ! सुपइगसंठिएलोए पण्णत्ते, हेद्वा विच्छिण्णे जाव उपि उडमइंगागारसंठिए, तंसि च णं सासयंसि लोगसि हेटा विच्छिण्णंसि जाव उप्पि उड्डमइंगागारसंठियंसि उप्पण्णणाणदंसणधरे अरहा जिणे केवली जीवेवि जाणइ पासइ अजीवेवि जाणइ पासइ तओ पच्छा सिज्झइ जाव अंतं करेइ // 260 // समणोवासयस्स णं भंते ! सामाइयकडस्स समणो. वासए अच्छमाणस्स तस्स गं भंते ! कि इरियावहिया किरिया कज्जइ संप. राइया किरिया कज्जइ ? गोयमा ! णो इरियावहिया किरिया कज्जइ, संप. राइया किरिया कज्जइ। से केणछैणं जाव संपराइया ? गोयमा ! समणोवासयस्स णं सामाइयकडस्स समणोवासए अच्छमाणस्स आया अहिगरणी भवइ आयाहिगरणवत्तियं च णं तस्स णो इरियावहिया किरिया कज्जइ संपराइया किरिया कज्जइ, से तेणठेणं जाव संपराइया // 261 // समणोवासयस्स णं भंते ! पुवामेव तसपाणसमारंभे पच्चक्खाए भवइ पुढविसमारंभे अपच्चक्खाए भवइ से य पूढवि खणमाणेऽण्णयरं तसं पाणं विहिंसेज्जा से गं भंते ! तं वयं अइ. चरइ ? णो इणठे समठे, णो.खलु से तस्स अइवायाए आउट्टइ। समणोवास. यस्स गं भंते ! पुवामेव वणस्सइसमारंभे पच्चक्खाए से य पुढवि खणमाणे अण्णयरस्स रुक्खस्स मलं छिदेज्जा से णं भंते ! तं वयं अइचरइ ? णो इण? समठे, णो खलु तस्स अइवायाए आउट्टइ // 262 // समणोवासए णं भंते ! तहारूवं समणं वा माहणं वा फासुएसणिज्जेणं असणपाणखाइमसाइमेणं पडिलाभेमाणे किं लब्भइ ? गोयमा ! समणोवासए णं तहारूवं समणं वा जाव पडिलाभेमाणे तहारुवस्स समणस्स वा माहणस्स वा समाहि उप्पाएइ, समाहिकार. एणं तमेव समाहिं पडिलभइ / समणोवासए णं भंते ! तहारूवं समणं वा जाव पडिलाभेमाणे कि चयइ ? गोयमा ! जीवियं चयइ दुच्चयं चयइ दुक्करं करेइ दुल्लह लहइ बोहि बुज्झइ तओ पच्छा सिज्झइ जाव अंत करेइ // 263 // अस्थि णं भंते ! अकम्मस्स गई पण्णायइ ? हता! अस्थि / कहणं भंते ! अकम्मस्स गई पण्णायइ ? गोयमा ! णिस्संगयाए णिरंगणयाए गइपरिणामेणं बंधणछेयणयाए गिरंधणयाए पुवप्पओगेणं अकम्मस्स गई प० / कहणं भंते ! णिस्संगयाए णिरंगणयाए गइपरिणामेणं बंधणछेयणयाए णिरंधणयाए पुवप्पओगेणं अक.