________________ भगवई स. 6 उ. 4 547 वरणिज्जं कि सागारोवउत्ते बंधइ अणागारोवउत्ते बंधइ ? गोयमा ! अट्ठसुवि भयणाए / णाणावरणिज्जं कि आहारए बंधइ अणाहारए बंधइ ? गोयमा ! ब्रोवि भयणाए, एवं वेयणिज्जाउयवज्जाणं छण्हं, वेयणिज्जं आहारए बंधइ भणाहारए भयणाए, आउए आहारए भयणाए, अणाहारए ण बंधइ / णाणा. बरणिज्जं कि सुहमे बंधइ बायरे बंधइ जोसुहुमेणोबायरे बंधइ ? गोयमा ! सुहमे बंधइ बायरे भयणाए जोसुहमेणोबायरे ण बंधइ, एवं आउयवज्जाओ सत्तवि, आउए सुहमे बायरे भयणाए णोसुहमेणोबायरे ण बंधइ / णाणावरणिज्जं कि चरिमे अचरिमे बं० ? गोयमा! अट्ठवि भयणाए // 236 // एएसि गं भंते ! जीवाणं इस्थिवेयगाणं पुरिसवेयगाणं णपुंसगवेयगाणं अवेयगाण य कयरे कयरे अप्पा वा 4 ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा पुरिसवेयगा इत्थिवेयगा संखेज्जगणा अवेयगा अणंतगुणा णपुंसगवेयगा अणंतगुणा। एएसि सध्वेसि पयाणं अप्पबहुगाई उच्चारेयव्वाइं जाव सम्वत्थोवा जीव अचरिमा चरिमा अणंतगुणा / सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति // 237 // छ8 सयं चउत्थो उद्देसो . जीवे णं भंते ! कालादेसेणं किं सपएसे अपएसे ? गोयमा ! णियमा सपएसे / णेरइए णं भंते ! कालादेसेणं कि सपएसे अपएसे ? गोयमा ! सिय सपएसे सिय अपएसे, एवं जाव सिद्ध / जीवा गं भंते ! कालादेसेणं कि सप. एसा अपएसा ? गोयमा ! णियमा सपएसा। रइया णं भंते ! कालादेसेणं कि सपएसा अपएसा ? गोयमा !, सव्वेवि ताव होज्जा सपएसा 1 अहवा सपएसा य अपएसे य 2 अहवा सपएसा य अपएसा य 3 एवं जाव थणिय. कुमारा / पुढविकाइया गं भंते ! कि सपएसा अपएसा ? गोयमा ! सपएसावि अपएसावि एवं जाव वणस्सइकाइया, सेसा जहा णेरइया तहा जाव सिद्धा। आहारगाणं जीवेगेदियवज्जो तियभंगो, अणाहारगाणं जीवेगिदियवज्जा छन्भंगा एवं भाणियवा-सपएसा वा 1 अपएसा वा 1 अपएसा वा 2 अहवा सपएसे य अपएसे य 3 अहवा सपएसे य अपएसा य 4 अहवा सपएसा य अपएसे य .5 अहवा सपएसा य अपएसा य 6, सिहं तिय भंगो, भवसिद्धिया अभव. सिद्धिया जहा ओहिया, णोभवसिद्धियणोअभवसिद्धिया जीवसिहिं तियभंगो, सप्णोहि जीवाइओ तियभंगो, असण्णीहिं एगिदियवज्जो तियभंगो, रइय.