________________ 342 अंग-पविट्ट सुत्ताणि सह तेयसा भासं कुज्जा, एए तिणि आलावगा भाणियवा केइ तहारूवं समगं वा माहणं वा अच्चासाएमाणे तेयं णिसिरेजा से य तत्थ णो कम्मइ णो पकम्मइ अंचियं अंचियं करेइ करेत्ता आयाहिणपयाहिणं करेइ 2 त्ता उड्ढे वेहासं उप्पयइ 2 से णं तओ पडिहए पडिणियत्तइ 2 त्ता तमेव सरीरगमणुदहमागे 2 सह तेयसा भासं कुजा जहा वा गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स तवेतेए // 143 / / दस अच्छेरगा प० तं०-उवसग्ग गब्भहरणं इत्थीतित्थं अभाविया परिमा, कण्हस्स अवरकंका उत्तरणं चंदसूराणं (१)हरिवंसकुलुप्पत्ती चमरुप्पाओ य अठ्ठसय सिद्धा, असंजएसु पूआ दसवि अणंतेण 2 कालेण / / 144 // इमीसे णं रयणप्पभाए पुढवीए रयणे कंडे दसजोयणसयाई बाहल्लेणं प० / / 145 // इमीसे णं रयणप्पभाए पुढवीए वयरे कंडे दस जोयणसयाई बाहल्लेणं प० / एवं वेरुलिए लोहितक्खे मसारगल्ले हंसगब्भे पुलए सोगंधिए जोइरसे अंजणे अंजणपुलए रयए नायरूवे अंके फलि हे रिटे नहा रयणे तहा सोलसविहा भाणियब्धा / / 146 // सव्वेवि णं दीवसमुद्दा दसजोयणसयाई उव्वे हेणं प० // 147 / / सव्वेवि णं महादहा दस जोयणाई उव्वहेणं प०॥१४८ // सव्वेवि णं सलिलकुंडा दसजोयणाई उव्वे हेणं प० / / 149 // सीयासीओया णं महाणईओ मुहमूले दस दस जोयणाई उव्वेहेणं प० // 150 // कत्तियाणवत्ते सव्वबाहिराओ मंडलाओ दसमे मंडले चारं चरइ // 151 / / अणुराहा णक्खत्ते सव्वमंतराओ मंडलाओ दसमे मंडले चारं चरइ / / 152 // दस णक्खत्ता णाणस्स विद्धिकरा प० त० मिगसिरमद्दा पुस्सो तिष्णिय पुवाई मूलमस्सेसा, हत्थो चित्ता य तहा दस विद्धि कराई गाणस्स // 153 / / चउप्पय थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं दस जाइकुलको डिजोणिपमुहसयसहस्सा प० उरपरिसप्पथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं दस जाइकुलकोडिजोणिपमुहसयसहस्सा प० // 154 // जीवा णं दसठाणणिव्वत्तिया पोग्गले पावकम्मत्ताए चिणिंसु वा 3 तंजहा-पढमसमयएगिदियणिव्यत्तिए जाव फासिंदियणिव्वत्तिए, एवं चिण-उव. चिण-बंध-उदीर-वेय-तह णिज्जरा चेव // 155 // दसपए सिया खंधा अणंता प० // 156 // दस पएसोगाढा पोग्गला अणंता प० // 157 // दससमयटिईया पोग्गला अणंता प० / दसगुणकालगा पोग्गला अणंता प० // 158 / / एवं वण्णेहिं गंधेहिं रसेहिं फासेहिं दसगुणलुक्खा पोग्गला अणंता प० // 159 / / // ठाणं समत्तं //