________________ 1036 अंग-पविट्ठ सुत्ताणि ओहिउद्देसए तहेव जाव वेदेति / कइविहाणं भंते ! अणंतरोववण्णगा कण्हलेस्सा भवसिद्धिया एगिदिया प० ? गोयमा ! पंचविहा अणंतरोववण्णगा० जाव वणस्सइकाइया। अणंतरोववण्णगकण्हलेस्सभवसिद्धियपुढविकाइया णं भंते ! कइ. विहा प० ? गोयमा ! दुविहा प०, तं०-सुहमपुढविकाइया (य बायरपुढवि. काइया य ) एवं दुयओ भेओ / अणंतरोववण्णगकण्हलेस्सभवसिद्धि यसुहुमपुढविकाइयाणं भंते ! कइ कम्मपगडीओ प०? एवं एएणं अभिलावेणं जहेव ओहिओ अणंतरोववण्णगउद्देसओ तहेव जाव वेदेति, एवं एएणं अभिलावणं एक्कारसवि उद्देसगा तहेव भाणियव्वा जहा ओहियसए जाव अचरिमोति / छठं एगिदियसयं समत्तं // 6 // जहां कण्हलेस्सभवसिद्धिएहि सयं भणियं एवं णीललेस्समवसिद्धिएहिवि सयं भाणियव्वं / सत्तमं एगिदियसयं समत्तं // 7 // एवं काउलेस्सभवसिद्धिए हिवि सयं / अदृमं एगिदियसयं समत्तं // 8 // कइविहा गं भंते ! अभवसिद्धिया एगिदिया प० ? गोयमा ! पंचविहा अभवसिद्धिया एगिदिया प०, तं०-पुढविक्काइया जाव वणस्सइकाइया एवं जहेव भवसिद्धियसयं भणियं णवरं णव उद्देसगा चरिमअचरिमउद्देसगवज्जा सेसं तहेव / णवमं एगिदियसयं समत्तं // 6 // एवं कण्हलेस्सअभवसिद्धियएगिदियसयंपि / दसमं एगिदियसयं समत्तं // 10 ॥णीललेस्सअमवसिद्धियएगिदिएहिवि सयं // 11 // काउलेस्सअभवसिद्धियसयं, एवं चत्तारिवि अभवसिद्धियसयाणि णव 2 उद्देसगा भवंति, एवं एयाणि बारस एगिदियसयाणि भवंति // 848 // तेत्तीसइमं सयं समत्तं // चोत्तीसइमं सयं-एगिदियसेढि सयं // कइविहा णं भंते ! एगिदिया प० ? गोयमा ! पंचविहा एगिदिया प०, तं०-पुढविक्काइया जाव वणस्सइकाइया, एवं एएणं चेव चउक्कएणं भेएणं भाणियव्वा जाव वणस्सइकाइया, अपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहए समोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पमाए पुढवीए पच्चस्थिमिल्ले चरिमंते अपज्जत्तसुहमपुढविकाइ. यत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते ! कइसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा ? गोयमा ! एगसमइएण वा दुसमइएण वा तिसमइएण वा विग्गहेणं उव.