________________ जैनधर्मविषयक कुल चौदह क्षेत्रोंकी शास्त्रीय व्यवस्थाका सविस्तर बोध करानेवाली पुस्तक 20009009080899000000000mm m mmmmmmmmm mmwwwwanm000000000RROOOOOOOOOOR धार्मिक वहीवट विचार 1866666660000000RRARAMMAawwwIMARATuuuuuuu000008888888888888880 लेखक : पं. चन्द्रशेखरविजयजी संपादक : मुनिश्री दिव्यवल्लभविजयजी म. सा. : परिमार्जक : 955006 (1) पूज्यपाद गच्छाधिपति आ. देव श्रीमद् जयघोषसूरीश्वरजी | म. साहब (2) आ. देव श्रीमद् राजेन्द्रसूरीश्वरजी म. साहब (3) आ. देव श्रीमद् हेमचन्द्रसूरीश्वरजी म. साहब (4) पं. श्री जयसुंदरविजयजी गणिवर अनुवादक (हिंदी) प्रा. कान्तिभाई ए. याज्ञिक एम.ए., एम.एड्, साहित्यरत (निवृत्त : गूजरात विद्यापीठ, अहमदाबाद) कमल प्रकाशन ट्रस्ट