________________ श्रीमदनुयोगद्वार-सूत्रम् ] [47 अस्थि आणुपुब्बी अ अणाणुपुत्वीयो अ अवत्तव्बयाई च 4 अहवा अस्थि ग्राणुपुत्रीयो अश्रणाणुपुव्वी अवत्तव्वए अ५ अहवा अस्थि श्राणुपुव्वीश्रो अ अणाणुपुब्बी अ अवतव्वयाइं च 6 अहवा अस्थि आणुपुब्वीश्रो श्र श्रणाशुपुत्वीयो अ अवत्तव्वए अ 7 अहवा अस्थि श्राणुपुब्बीयो अ अणाणुपु वीयो अ अवत्तव्वयाइं च 8 एए अड भंगा 3 / एवं सव्वेऽवि छब्बीसं भंगा। से तं नेगमववहाराणं भंगसमुकित्तणया 4 // सू० 76 // एनाए णं नेममववहाराणं भंगसमुक्त्तिणयाए किं पोषणं ? एअाए णं नेगमववहाराणं भंगसमुक्त्तिणयाए भंगोवदंसणया कीरइ // सू० 77 // से किंतं नेगमववहाराणं भंगोवदंसणया ?, 2 तिपएसिए प्राणुपुव्वी 1 परमाणुपोग्गले अणाणुपुब्बी 2 दुपएसए अवत्तव्वए 3, 1 / श्रहवा तिपएसिया थाणुपुत्वीयो परमाणुपोग्गला अणाणुपुत्वीयो दुपएसिया अवत्तव्वयाई 3, 2 ग्रहवा तिपएसिए अ परमाणुपुग्गले अाणुपुव्वी श्र अणाणुपुव्वी श्र 4 चउभंगो, 3 / अहवा तिपएसिए य दुपएसिए अ श्राणुवब्वी अ अवत्तव्वए य चउभंगो, 4 / अहवा परमाणुपोग्गले य दुपएसिए य अणाणुपुवीय अवत्तबए य चउभंगो 12, 5 / ग्रहवा तिपएसिए अपरमाणुपोग्गले अ दुपएसिए अ अणाणुपुवी अ आणुपुव्वी अ अवत्तव्वए श्र 1 ग्रहवा तिपएसिए श्र परमाणुपोग्गले श्र दुपएसिया य आणुपुब्बी अ अणाणुपुब्बी अ अवत्तव्बयाई च 2 ग्रहवा तिपएसिए थ परमाणुपुग्गला अ दुपएसिए य आणुपुव्वी श्र अणाणुपुब्बीयो अ अवत्तवए अ 3 ग्रहवा तिपएसिए अ परमाणुपोग्गला य दुपएसिया श्र पाणुपुब्बी श्र अणाणुपुबीयो अ श्रवत्तव्वयाई च 4 अहवा तिपएसिया य परमाणुपोग्गले अ दुपएसिए य श्राणुपुत्वीयो श्र अणाणुपुब्धी श्र अवत्तव्वए अ५ अहवा तिपएसिया य परमाणुपोग्गले अ दुपएसिया य प्राणुपुव्वीश्रो श्र अणाणुपुब्बी अ श्रवत्तव्वयाइं च 6 श्रहवा तिपएसिश्रा य परमाणुपोग्गला य दुपएसिए अ श्राणुपुत्वीयो श्र