________________ 28] [ श्रीमदगिमसुवासिन्धुः / चतुर्दशमो विभाग लोइया इडिविसेस। निरयगमणाई दुहपरंपराश्रो संसारभवपवंचा दुकुलपञ्चायाईयो दुलहबोहिअत्तं प्राघविज्जंति, से तं दुहविवागा 3 / से किं तं सुहविवागा ? सुहविवागेसु णं सुहविवागाणं नगराई उजाणाई चेइबाई वणसंडाई समोसरणाई रायाणो अम्मापियरो धम्मायरिया धम्मकहायो इहलोइयपग्लोइयाइड्डिविसेसा भोगपरिचाइया पव्वजायो परियाया सुथपारगगहा तवोवहाणाईसंलेहणायो भत्तपञ्चक्खाणाई पायोवगमणाई देवलोगगमणाई सुहपरंपरायो सुकुलपञ्चायाईयो पुणबोहिलामा अंतकिरियायो श्राघविज्जति (सं तं सुहविवगा) 4 / विवागसुयस्स णं परित्ता वायणा सं.खेजा अणुयोगदारा संखिजा वेढा संखिजा सिलोगा संखिजात्रो निज्जुत्तीयो संखिजा संगहणीयो संखिजारो पडिवत्तीयो 5 / से णं अंगट्टयाए एकारसमे अंगे दो सुअवखंधा वीसं अज्झयणा वीसं उद्दे सणकाला वीसं समुसणकाला संखिज्जाई पयसहस्साई पयग्गेणं 6 / संखिजा अक्खरा अणंता गमा अणंता पजवा परित्त तसा अणंता थारा सासयकडनिबद्धनिकाइया जिणपन्नत्ता भावा श्राघविज्जति पनविज्जति परुविज्जति दंसिज्जति निदंसिज्जीते उवदंसिज्जति 7 / से एवं बाया से एवं नाया से एवं विन्नाया से एवं चरणकरणपख्वणा श्राघविजइ, से तं विवागसुयं 8 // 11 // सू० 42 // से किं तं दिट्ठिवाए ? दिट्ठिवाए णं सवाभावपरूवणा श्राप बिज्जति, से समासथो पंचविहे पन्नत्ते तंजहा-परिकम्मे 1 सुत्ताई 2 पुवगए 3 अणुयोगे 4 चूलिया 5 // सू० 43 // . . सं किं तं परिकम्मे ? परिकम्मे सत्तविहे पत्नत्ते, तंजहा-सिद्धसे.णे. श्रापरिकम्मे 1 मणुस्ससेणियापरिकम्मे 2 पुट्ठसेणियापरिकम्मे 3 योगाढसेणिश्रापरिकम्मे 4 उपसंपजणसेणियापरिकम्मे 5 विप्पजहणसेणियापरिकम्मे 6 चुवाचुसेणियापरिकम्मे 7 / से किं तं सिद्धसेणियापरिकम्मे ? सिद्धसेगिए' श्रापरिकम्मे चउदसविहे पनत्ते, तं जहा-माउगापयाई 1 एट्टियपयाई 2 अट्ठप