________________ [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः द्विादशमो विमामा हापडिमं // 417 // सक्को अ देवराया समागमो भणइ हरिसियो वयणं / तिगिणवि लोग समत्था जिणवीरमणं न चलेउं जे // 418 // सोहम्मकण. वासी देशो समस्त सो अमरिसेणं / सामाणिग्र संगमयो बेइ सुरिंदं पडि. निविट्टो // 411 // ते नोक्कं असमत्थंति बे(पे)ह एतस्स चालणं काउं / अजेव पासह इमं ममवसगं भट्ठजोगतवं // 500 // ग्रह आगयो तुरंतो देवो सकस्स सो अमरिसेणं / कासी य हउपसग्गं मिच्छदिट्ठी पडिनिविट्ठो // 501 // धूली पिवीलियायो उद्दसा चेव तहय उरहोला / विछुय नउला सप्पा य मूसगा चैव अट्ठमगा // 502 // हत्थी हत्थीणियायों पिसायए घोररूव वग्यो य / थेरो थेरी सूयो श्रागच्छइ पकणो य तहा // 503 // खरवाय कलंकलिया कालचक्कं तहेव य / पाभाइय उवसग्गे वीसइमो होइ अणुलोमो // 504 // सामाणियदेवहिं देवो दावेइ सो विमाणगयो / भणइ य वरेह महरिसि ! निष्फती सग्गमोक्खाणं // 50 // उपहयमइविराणाणो ताहे वीरं बहु प्पताहेउं / योहीए निझाइ झायइ छज्जीवहियमेव // 506 // वालुय पंथे य तेणा माउलपारणग तत्थ काणच्छी / नत्तो सुभूम अंजलि सुच्छित्ताए य विडरूवं // 507 // मलए पिसायरूवं सिवरूवं हस्थिसीसए चेव / योहसणं पडिमाए मसाण सको जरण पुच्छा // 508 // तोसलि कुसीसरूवं संधिच्छेयो इमोति वमो य। मोएइ इंदजालियो (इंदालिउ) तत्थ महाभूइलो नाम // 501 // मोसलि संधि सुमागह मोएई रट्टियो पिउवयंसो / तोसलि य सत्त रज्जूवायत्ती तोसलीमोखो // 510 // सिद्धत्थपुरे तेणुत्ति कोसियो पासवाणियो मोक्खो / वयगाम हिंडणेसण बिइयदिणे बेइ उवसंतो / / 511 // बच्चह हिंडह न करेमि किंचि इच्छा न किंचि वत्तव्यो / तत्थेव वच्छवाली थेरी परमन्नवसुहारा // 512 // छम्मासे अणुबद्धं देवो कासीय सो उ उपसग्गं दट्टण वयग्गामे वंदिय वीरं पडिनियत्तो // 513 // देवो चुयो महिड्डियो