________________ 2] [ श्रीमदागमाधासिन्धुः दादयनो पिनाम: पगणरस दस धणूणि य, नव पासो सत्तरयणियो वीरो। नामा पुव्वुत्ता खलु तित्थयराणं मुणेयव्वा / / 380 // मुणिसुब्बो श्र अरिहा अरिट्ठ. नेमी अ गोयमलगुत्ता / सेसा तित्थयरा खलु कासवगुत्ता मुणेयव्वा // 381 // इक्खागभूमि उज्मा सावस्थि विणिय कोमलपुरं च। कोसंबी वाणारसी चंझणण तह य काकंदी // 382 // भदिलपुर सीहपुरं चंगा कंपिल्ल उज्झ रयणपुरं / तिगणेव गयपुरंमी मिहिला तह चेव रायगिहं // 383 // मिहिला सोरियनयरं वाणारसि तह य होइ कुंडपुरं / उसभाईण जिणाणं जम्मणभूमी जहामखं // 384 // महदेवि विजय सेणा सिद्धत्था मंगला सुसीमा य / पुहवी लवखण सामा(रामा)नंदा विराहू जया रामा (सामा) // 385 // सुजसा सुब्बया अइरा सिरी देवी पभावई / पउमावई श्र वप्पा असिव वम्मा तितला इय // 386 // नाभी जियसत्तू अ, जियारी संवरे इन / मेहे धरे पइ? अ, महसेणे अ खत्तिए // 387 // सुग्गीवे दढरहे विराहू वसुज्जे श्र खत्तिए। कयवम्मा सीहसेणे श्र भामा विससेणे इय // 388 // सूरे सुदंसणे कुंभे सुमितु विजए। समुद्दविजए / राया अ अस्ससेणे सिद्धत्थे वि य खत्तिए // 386 // सव्वेऽवि गया मुवखं जाइजरायणविमुक्का / तित्थयरा भगवंतो साप्सयसुक्खं निरावाहं // 31 // सब्वेऽवि एगवन्ना निम्मलकणगप्पभा मुणेयव्वा / छवखंडभरहसामी तेसि पमाणं अयो वुन्छ // 311 // पंचप्सय युद्धपंचम बायालीसा य श्रद्धधणुअं च / इगयाल धणुस्सद्धं च चउत्थे पंचमे चत्ता // 312 // पणतीसा तीसा पुण अट्ठावीसा य वीसइ धणूणि / पराणरम बारसेव य अपच्छिमो सत्त य धाणि // 313 // कासवगुत्ता सब्बे चउदसरयणाहिवा समक्खाया। देविंदवंदिएहिं जिणेहिं जिथरागदोसेहिं // 314 // चउरासीई बावत्तरी श्र पुबाण सयसहस्साई। पंच य तिरिण य एगं च सयसहस्सा उ वासाणं // 315 // पंचाणउइ सहस्सा चउरासीई श्र अट्ठमे सट्ठी / तीसा य जाइजराजालसणे सिद्धत्थेवि में सुमितु विना