________________ पसत्र मूळ // 24 // कतं-बहुवन्न-भत्तिचित्तं,छप्पय-महुअरि-भमरगण-गुमगुमायंत-निलिंतगुंजंत-देसभागं, दाम, पिच्छइ, नभंगण-तलाओ ओवयंत 5 // सू. 37 // ससिं च गोखीर-फेण-दगरय-रयय-कलसपंडुरं, सुहं, हिअय- नयणकंतं, पडिपुण्णं, तिमिर-निकर-घण-गुहिर-वितिमिर-कर, पमाण-पक्खंत रायलेहं, कुमुअवण-विबोहगं, निसा-सोहगं, सुपरिमट्ट-दप्पण-तलोवमं, हंस-पडु-वन्नं, जोइसमुह-मंडगं, तमरिघु, मयणसरापूरं समुद्द-दग-पूरगं, दुम्मणं जणं दइअ-वज्जिपाएहिं सोसयंतं, // 24 //