________________ कल्पसूत्र 27 // थेराओ अपोमिलाओ अज्जपोमिला साहा निग्गया 2, थेराओ अज्जयंताओं अज्जजयंती साहा निग्गया 3, थेराओ अज्जतावसाओ अज्जतावसी साहा निग्गया 4 इति // सू.६॥ वित्थरवायणाए पुण अज्जजसभदाओ पुरओ थेरावली एवं / / प(वि)लोइज्जइ, तं जहा-थेरस्स णं अज्जजसभहस्स तुंगियायणस-1 गुत्तस्स इमे दो थेरा अंतेवासी अहावच्चा अभिण्णाया हुत्था, तं। जहा-थेरे अज्जभद्दबाहू पाईणसगुत्ते, थेरे अज्जसंभूइ(अ)विजए / // 17 //