________________ Best - [96] . श्री भागम सुधा सिं-धुः 0 नवमो विभागः / मि उल्लेहि // 56 // कडि वेइटेज्जा तुहा सण्णेति डेड संदीर / जीणेतुं चोरहिवो खंभे बद्धेहिं बेटेड // 56 // मुणएण स्वइयबद्धे पासुनाणं च चोरहियस्स / सगर्भासणा छvणं सम्म गाडेन्धिओ भण चलति / / 569 !! पीणिज्जनी सीमं चोराहेवस्मा तु मा गडेऊणं / गालंती ऊ कहिरं अह गच्छति मसातो तरस / / 570 // जाडे जा तब्भासं ताहे सीसं तय पमोत्तूणं / दसिया चीराईणि य साडिति य जाति,धहा / / 571 / / जाडे व मिट्हताई नाहे तणापू - लियाओ बंधती / वच्चति अवयमयंती पुणो पुणो मागतो सा तुः : " / / 572 // गोसे य पभायम्मी सेहवं घाइयं ततो दह / लगा कुटेण चोरा पासंति य ताणि चिंधाणि / / 573 // हिरदसिगादियाई अणिच्छिया णिज्जइत्ति मण्णता / तुरियं धाने कुठिया ताणि वि य पभायकालाम्म // 570 // पंधस्स एगपासे हिया णि कुटिएण जाव दिहाई / तवीलेडि विताईडय मडिल घेतूण ते य गता॥५७६ ने चोरा नेणे चोटिवभाउगस्स उणिति / सा तेणं पडिबण्णा चो राडिवपट्ट बंम्मि // 576 // इतरोधि सीलए विडिओ अच्छती तु अडवीए / जाहिवणिज्जो अह एति अणीहतो तहियं // 577 // तो कवितो दहणं कहिं मण्णे एस दिटहपुचौन्ति / चिंतेऊणं सुचिरं संभरिता णियगजाती उ // 5 // अहमेतस्स तिगिच्छी आसि विसल्लोसड़ी य तं मोए / संरोडणी य तओ संगेहेत्ता वणे तस्स // 579 // लिहितऽक्खरा अणिडओ सोऽहं वेज्जो तबासि पुचभने। संभारियसभिण्णाणतो उ तो वाणरो कहते // 50 // जह जूहा णिच्छूठो साहिज्ज मज्झ कुणसुवर्शमन्त / / आम ति तेण भणिती जूहं गंतूण तेलग्गा ॥५दोण्ड विसेसमंणातुं ण किंचि कासी य मोह माहिज्जं / णहो लुचिनुत्तो लिहनि ततो अम्वारा पुरतो // 52 // कि साहिज्जं ण कतं पुरिसाह ण जाण दोण्डवि विश्यमं। तो तुरहो वाणरतो. वणमाल अप्पणो बिलए // 53 // लग्गे सेगपहारेण मारितु चोरप. ल्लितिगर्नु / रत्तिं मारिय चोहिवं तु न गिोण्डतुं इन्धि // 55 // सग्गामं आणेत्ता इन्धिं उवणोत सयणवागस्य / रणसमाजुत्तो धिरत्धु इडि जे भोगा // 55 // मज्झनं (2) अच्तं मयणो जं. RESPEEEEEEE