________________ 18, 1-64..19, 1-7] निसीहसुतं // अट्ठारसमो उद्देसओ // जे मिक्ख 1. अणट्ठाए नावं दुरुहइ; जे भिक्ख नावं 2-5, किणइ....( जहा 14, 1-4 )....आहटु देज्जमाणं दुरुहइ; जे मिक्स्व - 6. थलाओ नावं जलं ओकसावेइ; 7. जलाओ नावं थलं उक्कसावेइः . 8. पुण्णं नावं उस्सिञ्चइ; 9. सन्नं नावं उप्पिलावेइ; 10. पडिणावियं कटु नावाए दुरुहइ / 11. उड्ढ-गामिणिं वा नावं अहो-गा० वा नावं दुरुहइ; 12. जोयण-वेला-गामिणिं वा अद्धजोयण-वे०-गा० वा नावं दु०; 13. नावं आकसावेइ ओकसावेइ खेवावेइ रज्जुणा वा कट्टइ; 14. नावं आलित्तएण वा पप्फिडएण वा वंसेण वा वलेण वा वाहेइ; 15 . 15. नावाओ उदगं भायणेण वा पडिग्गहणेण वा मत्तेण वा नावा-उस्सिञ्चणेण वा उसिसञ्चइ; 16. नावं उत्तिंगेण उदगं आसवमाणि उवरुवरि कज्जलमाणि पलाय हत्येण वा पाएण वा आसत्य-पत्तेण वा कुस-प० वा मट्टियाए वा वेलु-कज्जेण वा पडिपेहेइ; जे भिक्खू नावाओ 17. नावा-गयस्स, 18. जल-ग०, 19. पंक-ग०, 20. थल-ग० असणं वा पाणं वा 30 खाइमं वा साइमं वा पडिग्गाहेइ; जे मिक्खू वत्यं 21-64. किणइ....(जहा 14, 1-45 नवरं 41 वत्थ पडिग्गहगं )....वसइ; . 2 तं वा साइज्जइ, तं सेवमाणे आवजइ चाउम्मासियं परिहार-ट्ठाणं उग्धाइयं / // एगूणवीसइमो उद्देसओ // जे भिक्ख वियर्ड 1-4. किणइ....( जहा 14, 1-4 )....आहटु देज्जमाणं पडिग्गाहेइ; . ने भिक्खू 5. गिलाणस्स'ट्ठाए परं तिण्हं वियड-दत्तीणं पडिग्गाहेइ; 6. वियडं गहाय गामाणुगामं दूइज्जइ; 7. वियडं गालेइ गालावेइ गालियं आह? देजमाणं पडिग्गाहेइ, 2 तं वा साइज्ज;