________________ 23. भगवान् पार्श्वनाथ कमठ और धरणेन्द्र दोनों अपना-अपना कार्य करते हैं, किन्तु दोनों ही के प्रति जिनका मनोभाव एकरूप है वे पार्श्वनाथ तुम्हारा कल्याण करें। पूर्वभव संख्या -10 च्यवन स्थान-प्राणत . च्यवन तिथि -चैत्र वदि 4 जन्म नगरी -वाराणसी जन्म तिथि -पौष वदि 10 वंश -इक्ष्वाकु पितृ नाम -अश्वसेन मातृ नाम -वामा जन्म नक्षत्र -विशाखा (अनुराधा) जन्म राशि -तुला लाञ्छन -सर्प वर्ण -नील दीक्षा नगरी -वाराणसी दीक्षा तिथि -पौष वदि 11 छास्थ काल -84 दिन ज्ञान नगरी -वाराणसी ज्ञान तिथि -चैत्र वदि 4 गणधर संख्या-८ गणधर नाम -आर्य दत्त मोक्ष स्थान -सम्मेतशिखर मोक्ष तिथि -श्रावण सुदि 8 यक्ष नाम -पार्श्व यक्षिणी नाम-पद्यावती प्रमुख तीर्थ-सम्मेतशिखर, खंभात, शंखेश्वर, वाराणसी, फलवधि, कापरड़ा, करेड़ा, नाकोड़ा, लौद्रवा, जीरावला, अजाहरा, पंचाशरा, अमीझरा, घोघा, अवन्ती, भद्रावती, अन्तरिक्ष, मक्षी।