SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 56
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 15. भगवान् धर्मनाथ शरीरधारी जीवों के लिए कल्पवृक्ष की भांति जो अभीप्सित वस्तु प्रदान करते हैं और दान, तप, भाव रूप धर्म के उपदेशक हैं उन धर्मनाथ स्वामी की हम उपासना करते हैं। पूर्वभव संख्या -3 च्यवन स्थान-वैजयन्त . च्यवन तिथि -वैशाख सुदि७ जन्म नगरी -रत्मपुर जन्म तिथि -माघ सुदि 3 वंश पित नाम -भानु मातृ नाम -सुव्रता जन्म नक्षत्र -पुष्य जन्म राशि -कर्क लाञ्छन -वत्र वर्ण -स्वर्ण दीक्षा नगरी -रलपुर दीक्षा तिथि -माघ सुदि 13 छद्यस्थ काल -2 वर्ष ज्ञान नगरी -रत्नपुर ज्ञान तिथि -पौष सुदि 15 गणधर संख्या-४३ गणधर नाम -अरिष्ट मोक्ष स्थान -सम्मेतशिखर मोक्ष तिथि -ज्येष्ठ सुदि 5 यक्ष नाम -किन्नर यक्षिणी नाम-कन्दर्या प्रमुख तीर्थ- रत्नपुरी, खुडाला, कर्णावती
SR No.004352
Book TitleJin Darshan Chovisi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrakrit Bharti Academy
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2000
Total Pages86
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy