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________________ 11. भगवान् श्रेयांसनाथ जिनका दर्शन संसार रूपी रोगों से पीड़ित लोगों के लिए वैद्य की भांति है, जो निःश्रेयस् रूप से मोक्ष रूपी लक्ष्मी के पति हैं वे श्रेयांसनाथ तुम्हारे कल्याण का कारण बनें। पूर्वभव संख्या -3 च्यवन स्थान-महाशुक्र च्यवन तिथि -ज्येष्ठ वदि६ जन्म नगरी -सिंहपुर जन्म तिथि -भादवा वदि 12 . वंश -इक्ष्वाकु पितृ नाम -विष्णु मातृ नाम -विष्णु जन्म नक्षत्र -श्रवण जन्म राशि -मकर लाञ्छन -खड्गी -स्वर्ण दीक्षा नगरी -सिंहपुर दीक्षा तिथि -फाल्गुन वदि 13 छद्मस्थ काल -2 मास ज्ञान नगरी -सिंहपुर ज्ञान तिथि -माघ वदि 15 गणधर संख्या-७६ गणधर नाम - गोशुभ मोक्ष स्थान -सम्मेतशिखर मोक्ष तिथि -श्रावण वदि 3 यक्ष नाम -यक्षेश यक्षिणी नाम -मानवी वर्ण प्रमुख तीर्थ- सिंहपुरी
SR No.004352
Book TitleJin Darshan Chovisi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrakrit Bharti Academy
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2000
Total Pages86
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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