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________________ 10. भगवान् शीतलनाथ प्राणी मात्र में आनन्द-अंकुर विकसित करने में जो नवीन जलद तुल्य है, जो स्याद्वाद रूपी अमृत का वर्षण करते हैं वे शीतलनाथ तुम्हारी रक्षा करें। पूर्वभव संख्या -3 च्यवन स्थान-प्राणत च्यवन तिथि - वैशाख वदि६ जन्म नगरी -महिलपुर जन्म तिथि -माघ वदि 12 वंश -श्याकु पितृ नाम -दृढ़रथ मातृ नाम -नन्दा जन्म नक्षत्र -पूर्वापाड़ा जन्म राशि -धन लाञ्छन -श्रीवत्स वर्ण . -स्वर्ण दीक्षा नगरी -महिलपुर दीक्षा तिथि -माघ वदि 12 छद्यस्थ काल -३मास ज्ञान नगरी -अहिलपुर ज्ञान तिथि -पौष वदि 14 गणधर संख्या-८१ गणधर नाम -आनन्द मोक्ष स्थान -सम्मेतशिखर मोक्ष तिथि -वैशाख वदि२ यक्ष नाम -ब्रह्मा यक्षिणी नाम -अशोका प्रमुख तीर्थ- कलकत्ता, सूरत
SR No.004352
Book TitleJin Darshan Chovisi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrakrit Bharti Academy
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2000
Total Pages86
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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