________________ 7. भगवान् सुपार्श्वनाथ . चतुर्विध संघ रूप आकाश में जो सूर्य की भांति देदीप्यमान है, जिनके चरण इन्द्र द्वारा पूजित हैं, उन सुपार्श्वनाथ को मैं नमस्कार करता हूँ। पूर्वभव संख्या -3 च्यवन स्थान-षष्ठं त्रैवेयक च्यवन तिथि -भादवा वदि८ जन्म नगरी -वाराणसी जन्म तिथि -ज्येष्ठ सुदि 12 वंश -इक्ष्वाकु पितृ नाम -प्रतिष्ठ मातृ नाम -पृथ्वी जन्म नक्षत्र -विशाखा जन्म राशि -तुला लाञ्छन -स्वस्तिक वर्ण -स्वर्ण दीक्षा नगरी -वाराणसी दीक्षा तिथि - ज्येष्ठ सुदि 13 छास्थ काल -9 मास ज्ञान नगरी -वाराणसी ज्ञान तिथि -फाल्गुन वदि६ गणधर संख्या-९५ गणधर नाम -विदर्भ मोक्ष स्थान -सम्मेतशिखर मोक्ष तिथि -फाल्गुन वदि७ यक्ष नाम -मातंग यक्षिणी नाम -शान्ता प्रमुख तीर्थ- मांडवगढ़, भदैनी