SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 18
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 2. भगवान् अजितनाथ विश्वरूप कमल सरोवर में जो सूर्य रूप हैं, जिनके निर्मल, केवलज्ञान रूपी दर्पण में त्रिलोक प्रतिबिम्बित होता है उन अर्हत् अजितनाथ की मैं स्तुति करता हूँ। पूर्वभव संख्या -3 च्यवन स्थान - विजय च्यवन तिथि - वैशाख सुदि 13 जन्म नगरी - अयोध्या जन्म तिथि -माघ सुदि८ वंश -इक्ष्वाकु पितृ नाम -जितशत्रु मातृ नाम -विजया जन्म नक्षत्र -रोहिणी जन्म राशि -वृष लाञ्छन -हस्ति वर्ण -स्वर्ण दीक्षा नगरी -अयोध्या दीक्षा तिथि -माघ सुदि९ 'छास्थ काल -12 वर्ष ज्ञान नगरी -अयोध्या ज्ञान तिथि -पौष सुदि 11 गणधर संख्या-९५ गणधर नाम -सिंहसेन मोक्ष स्थान -सम्मेतशिखर मोक्ष तिथि -चैत्र सुदि 5 यक्ष नाम -महायव यक्षिणी नाम - अजितबला प्रमुख तीर्थ - तारंगा, अयोध्या, वाव
SR No.004352
Book TitleJin Darshan Chovisi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrakrit Bharti Academy
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2000
Total Pages86
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy