________________ [ 4 ] (ख) राजस्थानी - हिन्दी 1. कान्हड़दे प्रबन्ध, (ग्र० 11), महाकवि पद्मनाभ विरचित, सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी के द्वारा जालोर दुर्ग के प्रसिद्ध घेरे आदि का वर्णन; संपादक - प्रो० के. बी. व्यास _ (33+275) 1953 ई० / मू. 12.25 2. क्यामखां रासा, (न० 13), कवि जानकृत, फतेहपुर के नवाब अलफखांन तथा राज• पूताने के क्यामखानी मुस्लिम राजपूतों के उद्गम और इतिहास का रोचक वर्णन; . संपादक - डा० दशरथ शर्मा और अगरचन्द भंवरलाल नाहटा (50+128) 1953 ई० / मू. 4.75 3. लावा रासा, (ग्र० 14) अपर नाम कूर्मवंशयशप्रकाश, गोपालदान कविया कृत, नरूका (कछवाहा) राजपूतों और पिंडारी पठानों के बीच हुए पांच युद्धों का समकालीन प्रोजस्वी वर्णन, संपादक-श्री महताबचन्द खारेड़, (19+86) 1953 ई०। मू. 3.75 , 4. बाकीदास री ख्यात, (21) बांकीदास कृत, राजस्थान के प्राचीन ऐतिहासिक विव. रणों का प्रमुख ग्रन्थ ; संपादक - श्री नरोत्तमदास स्वामी (6+218) 1956 ई० / 5. राजस्थानी साहित्य-संग्रह, भाग 1, (ग्र० 27) राजस्थानी भाषा में रचित प्रतिनिधि गद्य कथा-संग्रह; संपादक - श्री नरोत्तमदास स्वामी (14+52) 1957 ई० / मू. 2.25 6. राजस्थानी साहित्य-संग्रह, भाग 2, (ग्र० 52) तीन ऐतिहासिक वार्ताएं-बगड़ावत, प्रतापसिंह महोकमसिंह और वीरमदे सोनगिरा; संपादक - डा० पुरुषोत्तमलाल मेनारिया, (24+108) 1960 ई० / मू. 2.75 7. कवीन्द्र-कल्पलता, (ग्र० 34), मुगल बादशाह शाहजहां के समकाकीन कवीन्द्राचार्य सरस्वती कृत; संपादक - रानी लक्ष्मीकुमारी चूण्डावत (7+55+5) 1958 ई० / मू० 2.00 8. जुगलविलास, (ग्र० 32), कुशलगढ़ के महाराजा पृथ्वीसिंहजी अपरनाम कवि पीथल क्रत; संपादिका - रानी लक्ष्मीकुमारी चूण्डावत (5+50) 1910 ई०। मू. 1.75 6. भगतमाल, (43) चारण ब्रह्मदास दादूपंथी कृत; संपादक - श्री उदयराज उज्ज्वल (+64) 1956 ई० / मू. 1.75 10. राजस्थान पुरातत्व मंदिर के हस्तलिखित ग्रन्थों की सूची, भाग 1, (ग्र० 42) ई० स० 1956 तक संग्रहीत 4000 ग्रन्थों का वर्गीकृत सूचीपत्र; संपादक - पद्मश्री मुनि जिनविजय, पुरातत्त्वाचार्य, (2+302+20) 1956 ई० / मू. 7.50 11. राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान के हस्तलिखित ग्रन्थों की सूची, भाग 2, (ग्र० 51) 7855 तक के ग्रंथों का सूची-पत्र; (2+391) 1960 ई० / संपादक - श्री गोपालनारायण बहुरा। मू. 12.00