________________ चान्द्रव्याकरणम् [पिनाक-भानु प्राछ् 3 / 66 / प्राणथ 2 / 53 / पू 3 / 68 / प्रोथ 2 / 56 / प्लीहन् 380 / फल्गु 1 / 11 / / 198] पिनाक 2 / 16 / पियाल 3 / 50 / पीतु // 25 // पीठ 2058 / पीयूष 3 / 57 / पीवर 3 / 16 / पुण्य 2 / 118 / पुत्र 341 / पुनर्भू 1147 / पुरीष 3 / 60 / / पुरु 1 / 13 / पुरुष 3 / 58 / / पुरोधस् 367 / पुष्कर 3 // 25 // पूर्ण 275 / पूरण 270 / पूषन् 3 / 80 // पृथु 1 / 13 / पृथुक 2 / 2 / पृषत् 377 / पृषत 2 / 46 / पृष्ठ 2156 / पृष्वि 1183 / पेरु 1136 / पोत 2050 / पोतृ 1150 / पोत्र 3 // 42 // पोषयित्नु 1 / 26 // प्रतिदीवन् 376 / प्रथम 2066 / प्रशास्तृ 1150 / प्रहि // 6 // बदर 3 / 32 / बदरी 3 / 32 / बधिर 3 / 5 / बन्धु 1 / बन्ध्या 21110 / बलि 1151 // बहु 1 / 20 / बाष्प 2 / 5 / बाहु 1 / / बिम्ब 2 / 12 / बुध्न 275 / अध्न 2 / 73 / भद्र 3 / 14 / भन्दाक 2 / 16 / भयानक 2 / 11 / भरक 2 / 20 / भरत 2 / 4 / भरथ 2053 / भरिमन् 3 / 83 / भरु 1 / 5 / भवन्त 2 / 45 / भवन्ति 1171 / भस्मन् 3 / 81 भातु 1 // 25 // भानु 1 / 28 /