________________ 702 जीतकल्प सभाष्य जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज-डॉ. जगदीशचन्द्र जैन, चौखम्भा विद्याभवन, वाराणसी, सन् 1965 / . जैन आचार मीमांसा-साध्वी पीयूषप्रभा, जैन विश्व भारती, लाडनूं, प्र सं. सन् 2005 / जैन धर्म-पं. कैलाशन्द्र, भारतीय दिगम्बर जैन संघ मथुरा, प्र सं. सन् 1966 / जैन धर्म का यापनीय सम्प्रदाय-डॉ. सागरमल जैन, पार्श्वनाथ विद्यापीठ बनारस, प्र सं. 1996 / जैन धर्म के प्रभावक आचार्य-साध्वी संघमित्रा, जैन विश्व भारती, लाडनूं, प्र सं. सन् 2006 / जैन बौद्ध और गीता के आचार दर्शनों का तुलनात्मक अध्ययन भा. 1, २-प्रो. सागरमल जैन, प्राकृत भारती __ अकादमी, जयपुर, सन् 1982 / जैन संस्कृत महाकाव्यों में भारतीय समाज-डॉ. मोहनचंद्र, इस्टर्न बुक लिंकर्स, दिल्ली, सन् 1989 / .. जैन साहित्य और इतिहास-नाथूराम प्रेमी, हेमचन्द्र मोदी, हिन्दी ग्रंथ रत्नाकर, मुम्बई, सन् 1942 / जैन साहित्य का बृहद् इतिहास, भा.१-पण्डित बेचरदास दोशी, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी-५, सन् 1966 / जैन साहित्य का बृहद् इतिहास भा. २-डॉ. मोहनलाल मेहता, डॉ. जगदीशचन्द्र जैन, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, द्वि सं. सन् 1989 / जैन साहित्य का बृहद् इतिहास भा. ३-डॉ. मोहनलाल मेहता, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, द्वि सं. सन् 1989 / ज्ञान मीमांसा-डॉ. साध्वी श्रुतयशा, जैन विश्व भारती प्रकाशन, प्र सं. सन् 1999 / / दशवैकालिक : एक समीक्षात्मक अध्ययन-वाप्र. आचार्य तुलसी, सं. मुनि नथमल, जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा, सन् 1967 / दर्शन और चिन्तन-पण्डित सुखलालजी, श्री दलसुखभाई मालवणिया, गुजरात विद्यासभा, अहमदाबाद, प्र सं. सन् 1957 पाराशर स्मृति : एक अध्ययन-जाह्नवी शेखरराय, रामानन्द विद्या भवन, दिल्ली, प्र सं. सन् 1995 / प्रमुख स्मृतियों का अध्ययन-डॉ. लक्ष्मीदत्त ठाकुर, हिन्दी समिति सूचना विभाग, लखनऊ, प्र सं. सन् 1965 / प्राचीन जैन साहित्य में आर्थिक जीवन-डॉ. कमल जैन, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, सन् 1988 मूलाचार का समीक्षात्मक अध्ययन-डॉ. फूलचन्द प्रेमी, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, प्रसं. 1987 / याज्ञवल्क्य स्मृति का समीक्षात्मक अध्ययन–डॉ. श्रीमती ऊषा गुप्ता, ईस्टर्न बुक लिंकर्स, दिल्ली, प्र सं. सन् 1998 / सागर जैन विद्या भारती भा.१-प्रो. सागरमल जैन , पार्श्वनाथ विद्याश्रम, वाराणसी, सन् 1994 / कोश-साहित्य