________________ प्रयुक्त ग्रंथ सूची : परि-१७ 699 निशीथ चूर्णि भा. १-४-सं. उपाध्याय अमरमुनि, सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा, सन् 1982 / निशीथ भाष्य भा. १-४-सं. मुनि कन्हैयालाल, सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा, सन् 1982 / निसीहज्झयणं-सं. मुनि नथमल, जैन श्वे. तेरापंथ महासभा, पोर्चुगीज चर्च स्ट्रीट, कोलकाता, प्रसं. सन् 1967 / न्यायदर्शनम् –सं. श्री नारायण मिश्रा, चौखम्भा संस्कृत सीरीज ऑफिस, वाराणसी, सन् 1970 / पइण्णयसुत्ताइं–सं. मुनि पुण्यविजयजी, श्री महावीर जैन विद्यालय, बम्बई, प्र सं. सन् 1984 / पंचकल्पभाष्य-सं. लाभसागरगणि, आगमोद्धारक ग्रंथमाला, वि.सं. 2028 / पंचकल्पभाष्य चूर्णि-अप्रकाशित। पंचवस्तु–आ. हरिभद्र, देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार संस्था, सूरत, प्र सं. सन् 1927 / पंचाशक प्रकरण-आ. हरिभद्र, सं.डॉ. दीनानाथ शर्मा, पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी, प्रसं.सन् 1997 / पज्जोसवणा कप्पो (नवसुत्ताणि)–वाप्र. आचार्य तुलसी, सं. युवाचार्य महाप्रज्ञ, जैन विश्व भारती, लाडनूं, . प्रसं. सन् 1987 / परिशिष्ट पर्व-आचार्य हेमचन्द्र, श्री जैन धर्म प्रसारक सभा, भावनगर, वि. सं. 1968 / पाराशरस्मृति-सं. श्री मन्नालाल 'अभिमन्यु',चौखम्भा विद्याभवन, वाराणसी, द्वि सं. सन् 1998 / पिण्डनियुक्ति–वाप्र. आचार्य तुलसी, प्र सं. आचार्य महाप्रज्ञ, सं. समणी कुसुमप्रज्ञा, जैन विश्व भारती, लाडनूं, प्र सं. सन् 2008 पिण्डनियुक्ति अवचूरि-श्री देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार, मुम्बई, सन् 1958 / पिण्डनियुक्ति भाष्य–वाप्र. आचार्य तुलसी, प्र सं. आचार्य महाप्रज्ञ, सं. समणी कुसुमप्रज्ञा, जैन विश्व भारती, लाडनूं, प्र सं. सन् 2008 पिण्डनियुक्ति मलयगिरि टीका–देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार, मुम्बई, सन् 1918 / पिण्डविशुद्धिप्रकरण-श्री जिनवल्लभसूरि, ज्ञानभण्डार शीतलवाड़ी उपाश्रय, सूरत, वि.सं. 2011 / प्रज्ञापना (उवंगसुत्ताणि 4) खण्ड-२–वाप्र. आचार्य तुलसी, सं. युवाचार्य महाप्रज्ञ, जैन विश्व भारती, लाडनूं, सन् 1989 / प्रवचनसार-आचार्य कुंदकुंद, श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल, श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम, अगास, च. सं. 1984 / प्रवचनसारोद्धार-आ. नेमिचन्द्र, देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार, सूरत, सन् 1926 / प्रवचनसारोद्धारटीका-देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार, सूरत, सन् 1926 / बृहत्कल्प चूर्णि-अप्रकाशित। . बृहत्कल्पभाष्य भा. १-६–सं. मुनि पुण्यविजय, मुनि चतुरविजय, श्री जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर, सन् 2002 /