________________ ( 26 ) सिर-दर्द में-४७ . सुख से प्रसव होने के लिए--५६ सुरामेह पर-२४६ सूखारोग में--८९ सूजन और गाँठ पर--१२९ सूजाक में-१२७ सोमल का विष--९७ सौन्दर्य वृद्धि के लिए--१२२ स्तम्भन के लिए-१८७, 191, 246, 262 स्तनरोग पर-१९९ स्तनरोग में-१४५, 168, 206 . स्तनशोथ पर-६३ स्मरण-शक्ति के लिए-१३०. स्वरभंग में-८३, 120, 187, 260 सियों की कमर टेढ़ी हो जाने पर-१४७ बी का गुप्तांग बाहर निकल आने पर-६५, 110 हड्डी टूट जाने पर-२३९ हरताल के विष पर-१७० हाथ-पैर एवं सिर की दाह-७४ हिचकी में-७३, 79, 113, 118, 170, 208, 259 हिस्टीरिया रोग में-७० हृद्रोग में-३३, 247, 260 हृद्रशूल में-६३ हैजा और उदरशूल में-२०९ हैजा में-८२, 177 होने वाले फोड़े पर-७३