________________ बिच्छू के विष पर-५७, 99, 101, 143, 199,215, 229, 248 भस्मक रोग में-९९, 174, 176 भ्रम और मूर्छा में-१७० भ्रम, दाह और पित्त में-११३ भ्रमरोग में-१७१ भ्रमर-विष-९१ भिलावा के विष पर-२५३ भूतज्वर में-१४३, 227 म मन्दाग्नि में-५९, 105, 262 . मृगी में-२६० मलमूत्र की कमी-७९. मलशुद्धि में-१३३ मस्तक के कीड़ों पर-२३३ मस्तक-शूल और नाक से खून गिरने पर-१०० मस्तिष्क की शान्ति के लिए-१५३ मासिक धर्म के लिए-७३, 114, 168, 200, 201, 206 मुह के छाले-७९ मुँह के छालों पर-८२, 147, 290, 259 मुख की विरसता पर-२२०, 257 मुखरोग-६५ मूर्छा में-१२२, 130, 189 मूत्र और वीर्य-दोष पर-२२७ मूत्रकृच्छू-५१ मूत्रकृच्छ्र में-५३, 121, 155, 170, 171, 187, 204, 208,245, 260