________________ ( 15 ) कफज गण्डमाला पर-७६ कफजन्य शूल एवं उदर-शूल पर-६४ कफजन्य सिरदर्द पर-८० कमर की पीड़ा-८० कृमि पर-११७, 185 कृमि में-१३३, 199 कृमिरोग में-१५३, 170, 189, 193, 217, 248, 250 काँच निकलने पर-६५ काँटा या शीशा गड़ जाने पर-१५३ कान का कृमि-५९ कान की खुजली में-१४५ कान बहने पर-१५२ कान में कोई जानवर चला गया हो, तो-१०८ कान में फोड़ा हो, तो-१५२ . कोनों का बहना-७९ कानों में कृमि जाने पर-१२९ कामला पर-८७ . . कामला में-१२९, 148, 228 कामलारोग में-८४, 101, 103, 200, 206, 233 कामला और यकृत विकार पर-१०७ कामला, पाण्डु, हलीमक, श्वास, उदर, जीर्णज्वर और मलरोगादिकों पर 105 काश-श्वास पर-१३८ कुचला का विष-५५ कुत्ता का विष-२१५ कुत्ते का विष-६०, 105 कुत्ता के विष पर-२३५ कुत्ता का विष और पथरी में-६९