________________ STATERT जीव विचार प्रश्नोत्तरी RRBTETTERS उ. वह जीव जो 3,5, 7, 9 या कुछ अधिक भवों में मोक्ष प्राप्त करेगा, उसे मध्यम भव्य जीव कहते है। 799) दुर्भव्य जीव किसे कहते हैं ? उ. वह जीव जो अनन्तकाल के बाद मोक्ष प्राप्त करेगा, उसे दुर्भव्य कहते हैं। 800) सम्यक्त्व किसे कहते है ? उ. दर्शन मोहनीय कर्म के क्षय अथवा उपशम अथवा क्षयोपशम के परिणामस्वरुप जिन प्ररुपित तत्वों पर श्रद्धा रुप जो आत्मिक परिणाम उत्पन्न होते हैं, उसे सम्यक्त्व कहते है / 801) औपशमिक सम्यक्त्व किसे कहते है ? उ. दर्शन मोहनीय कर्म के उपशम से आत्मा में जो विशुद्ध परिणाम उत्पन्न होते हैं, उसे औपशमिक सम्यक्त्व कहते है। 802) क्षायोपशमिक सम्यक्त्व किसे कहते है ? उ. दर्शन मोहनीय कर्म के क्षय एवं उपशम, दोनों के परिणाम स्वरुप आत्मा में जो शुद्ध __ परिणाम उत्पन्न होते हैं, उसे क्षायोपशमिक सम्यक्त्व कहते है / 803) क्षायिक सम्यक्त्व किसे कहते है ? उ. दर्शन मोहनीय की तीन (सम्यक्त्व मोहनीय, मिश्रमोहनीय, मिथ्यात्व मोहनीय) प्रकृतियाँ एवं चारित्र मोहनीय की चार (अनन्तानुबंधी क्रोध-मान-माया-लोभ) प्रकृतियाँ, इन सातों प्रकृतियों का सर्वथा क्षय होने पर आत्मा में जो अत्यन्त विशुद्ध परिणाम उत्पन्न होते हैं, उसे क्षायिक सम्यक्त्व कहते है। 804) वेदक सम्यक्त्व किसे कहते है ? उ. क्षायिक सम्यक्त्व प्राप्ति के एक - दो क्षण पूर्व के आत्म परिणामों की विशुद्ध स्थिति को वेदक सम्यक्त्व कहते है / 805) मिश्र दृष्टि किसे कहते है ? उ. नालीकेर द्वीप के युगलिकों के समान जब जीव को सुदेव, सुगुरु और सुधर्म पर न श्रद्धा होती है, न अश्रद्धा होती है, उसे मिश्रदृष्टि कहते है।