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________________ SHREERRENTIRE जीव विचार प्रश्नोत्तरी RTERSNETTES 10) दिक्कुमार अमितवाहन तूर्यगति क्षिपगति सिंहगति उपरोक्त असुरकुमार आदि में स्थित उत्तरदिशाधिपति इन्द्र के लोकपाल हैं, इसी नाम के चार-२ लोकपाल दक्षिणदिशाधिपति इन्द्र के संदर्भ में जानने चाहिये। दो इन्द्राधिपति और उनके चार-चार लोकपाल प्रत्येक भवनपति में होते हैं। 437) व्यंतर देवों के कितने भेद होते हैं ? उ. आठ भेद- 1) किन्नर 2) किंपुरूष 3) महोरग 4) गान्धर्व 5) यक्ष 6) राक्षस 7) भूत 8) पिशाच। 438) किन्नर नामक व्यंतर देव के कितने भेद होते हैं ? उ. दस भेद- 1) किन्नर 2) किंपुरूष 3) किंपुरूषोत्तम 4) किन्नरोत्तम 5) हृदयंगम 6) रूपाशाली 7) अनिन्दित 8) मनोरम 9) रतिप्रिय 10) रतिश्रेष्ठ। 439) किंपुरुष नामक व्यंतर देव के कितने भेद होते हैं ? उ. दस भेद- 1) पुरूष 2) सत्पुरूष 3) महापुरूष 4) पुरूषवृषभ 5) पुरूषोत्तम 6) अतिपुरूष 7) मरूदेव 8) मरूत 9) मेरूप्रभ 10) यशस्वान् / 440) महोरग नामक व्यतंर देव के कितने भेद होते हैं ? उ. दस भेद- 1) भुजंग 2) भोगशाली 3) महाकाव्य 4) अतिकाय 5) स्कन्धशाली 6) मनोरम 7) महावेग 8) महेष्वक्ष 9) मरूकान्त 10) भास्वान्। 441) गान्धर्व नामक व्यंतर देव के कितने भेद होते हैं? उ. बारह भेद-१) हाहा 2) हूहू 3) तुम्बुरब 4) नारद 5) ऋषिवादिक 6) भूतवादिक - 7) कादम्ब 8) महाकादम्ब 9) रैवत 10) विश्वावसु 11) गीतरति 12) गीतयश / 442) यक्ष नामक व्यंतर देव के कितने भेद होते हैं ? उ. तेरह भेद- 1) पूर्णभद्र 2) मणिभद्र 3) श्वेतभद्र 4) हरिभद्र 5) सुमनोभद्र 6) व्यतिपातिकभद्र 7) सुभद्र 8) सर्वतोभद्र 9) मनुष्ययक्ष 10) वनाधिपति 11) वनाहार 12) रूपयक्ष 13) यक्षोत्तम / 443) राक्षस नामक व्यंतर देव के कितने भेद होते हैं ? उ. सात भेद- 1) भीम 2) महाभीम 3) विघ्न 4) विनायक 5) जलराक्षस 6) राक्षस
SR No.004274
Book TitleJeev Vichar Prakaran
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManitprabhsagar
PublisherManitprabhsagar
Publication Year2006
Total Pages310
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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