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________________ उत्कृष्ट NRNA जीव विचार प्रश्नोत्तरी NARENSE 289) नारकी जीवों का आयुष्य कितना होता हैं ? उ. पर्याप्ता नारकी जघन्य पहली नरक 10,000 वर्ष १सागरोपम दूसरी नरक 1 सागरोपम ३.सागरोपम तीसरी नरक 3 सागरोपम 7 सागरोपम चौथी नरक 7 सागरोपम 10 सागरोपस पांचवीं नरक 10 सागरोपम . 17 सागरोपम छट्ठी नरक 17 सागरोपम . 22 सागरोपम सातवीं नरक 22 सागरोपम 33 सागरोपम अपर्याप्ता नारकी का जघन्य एवं उत्कृष्ट आयुष्य अन्तर्मुहूर्त का होता हैं। 290) क्या नारकी जीव मरकर पुनः नरक में उत्पन्न हो सकता है ?... उ. नारकी जीव मरकर पुनः नरक में नहीं जा सकता हैं / बीच में मनुष्य या तिर्यंच का भव ___ करके ही नरक में जा सकता है। 291) नारकी जीवों में कितने प्राण होते हैं ? उ. दसों ही प्राण होते हैं। 292) नारकी जीवों की कितनी योनियाँ होती हैं ? उ. चार लाख योनियाँ। 293) नरक में चार लाख योनियाँ किस प्रकार होती है ? उ. 200 प्रकार के नारकी जीव होते हैं। उन्हें 2000 उत्पत्ति स्थानों से गुणित करने पर कुल चार लाख योनियाँ होती हैं। 294) नरक आयुष्य बंध के कारण बताईए ? उ. प्रमुख चार कारण 1) महारंभ करना 2) महापरिग्रह रखना 3) परस्त्री/वेश्या गमन एवं शील का हरण करना 4) पंचेन्द्रिय प्राणी का वध एवं मांसाहार का सेवन करना। अन्य कारण-१) रात्रि भोजन 2) अनन्तकाय भक्षण 3) मद्य पान, शहद का सेवन 4) तीव्र क्रोध आदि कषाय करना 5) रौद्र ध्यान 6) पाप कार्य में रूचि आदि।
SR No.004274
Book TitleJeev Vichar Prakaran
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManitprabhsagar
PublisherManitprabhsagar
Publication Year2006
Total Pages310
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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