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________________ उन्नीसवाँ प्रकरण तीव्र बुद्धिका परिचय वेश्या के घर में स्थित उस चोर ने एक दिन वेश्या से पूछा-' नगर में इस समय क्या क्या वातें हो रही हैं / . राजा क्या क्या करता है ? नगर में क्या चर्चा चल रही है ? ' चोर के ऐसा पूछने पर वेश्या बोली कि 'राजा ने भट्टमात्र आदि मंत्रीवरों को बुला कर पूछा कि 'आप लोग विचार कर बतलाइये कि यह चोर किस प्रकार पकड़ा जायगा ?' तब भट्टमात्र आदि मंत्रीवरों ने कहा -" हे राजन् ! यह नगर बहुत बड़ा है। वह चोर किसी के घर में आश्रय लिये हुए है और छल से बराबर नगर में चोरी करता रहता है। इसलिये नगर में ढोल बजवाना चाहिये कि जो कोई पुरुष या स्त्री चोर को पकड़ेगा उस को राजा आठ लक्ष्य द्रव्य उत्पन्न करने वाले अनेक नगर पुरस्कार में देगा / ' भट्टमात्र की यह बात सुनकर राजा ने कहा कि ऐसा ही किया जाये। नगर में पटह बजवाना मंत्रियों ने नगर में सर्वत्र पटह बजवाया / वेश्याओं के मोहल्ले Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004265
Book TitleMaharaj Vikram
Original Sutra AuthorShubhshil Gani
AuthorNiranjanvijay
PublisherNemi Amrut Khanti Niranjan Granthmala
Publication Year
Total Pages516
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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