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भारतीय ज्ञानपीठ मूर्ति देवी जैन ग्रन्थमाला प्राकृत ग्रन्थांक - ११ :
श्री नेमिचन्द्राचार्यकृत
कर्मप्रकृति
[हिन्दी अनुवाद, प्रस्तावना तथा परिशिष्ट सहित]
सम्पादन-अनुवाद पं० हीरालाल शास्त्री
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भारतीय ज्ञानपीठ, काशी
{ प्रथम संस्करण
वीर निर्वाण सं० २४९० वि० सं० २०२०, सन् १९६४ ॥
J प्रथम संस्करण
छह रुपये
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