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________________ ११०।१५ सम्यकत्व-सम्यक्त्व १११५ व-वह ११११११ अगांर-अंगार १११११५.२० स्पप्न-स्वप्न १११.१७२००-५०० ११११२८ अभव्य स्व-अभव्यत्व ११२।१५ तर्क-तर्क ढूंढो, कहीं ऐसा - तो नहीं कि आप में तर्क ११२।२२ वे कि-कि .. ११२।२७ आतं -आता ११३।१ विस्तरण-विस्तरा ११४।२० देता-देना ११६।२८ सम्यकत्व-सम्यक्त्व ११७।१ करता-कराता ११७।१०-१७ सम्यक्तवी-सम्यक्त्वी ११७।१२ महादेवी-मरुदेवी ११८।१ कहने-कहकर ११८।४ कुतकों-कुतर्को ११८१५ धर्मी-धर्म ११८.१८ की-का ११८।२३ सम्यकत्व-सम्यक्त्वी ११९।५ मद-तद ११९।५ पचंधप-पंचधा।।१८॥ ११९ ७ तप-तथा ११९।१२ तदो-तदु । १२०१८ तो-अतः १२०।१६ मौए-भोए १२०।१७ से हुं-से हु १२०१२३ सम्यक्तव-सम्यक्त्व १२१।१६ जनमातंर-जनमांतर १२३ १२ श्रेष्ट-श्रेष्ठ १२४।६ मल्यवान्-मूल्यवान् .. १२५।२० अनरुपा-अनसूया १२५।२१ गुण,-गुण १२५।२२ निष्कपट,-निष्कपट , २३ गवेषणा-गवेषणा ., १२३ आदि कि-इनके ,, २६ ही-के ही १२६।६ धर्म-धर्म १२६।१२ thing-thing १२७।१२ डुबाने-दुभाने "।११ अभव्या-अभव्य ।।१३ अन्नत-अनत ।।१४ कषायदि-कषायादि १२८।१०१६-९६ , २४ भी मध्यम-ही मध्य १२९।१३ बंदन-वंदन ., १४ को-को १३०।२४ में कि-में १३५५५ प्रायण-प्रापण , २८ बुर्जुग-बुजुर्ग १३६।१२ को-की, हा-हो ., (२५ बही-वही १३७।२ भटकान-भटकाव , २७ अशद्ध-अशुद्ध १३८।१८ समान-समाज १३९।१ कन्ल-काल १४०।२८ नहीं-नहीं होता "Pof Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004233
Book TitleYogshastra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYashobhadravijay
PublisherVijayvallabh Mission
Publication Year
Total Pages330
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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