________________
जागरण विधि
१. "श्रावक तू उठे प्रभात, चार घडी रहे
पाछली रात" ६६ मिनट बाकी रहे तब जग
जाना चाहिये करीब ४-५ बजे। २. उठकर ८ नवकार गिनें। ३. पुरुषों को अपना दायां हाथ देखना। ४. बहिनों को अपना बायां हाथ देखना। ५. हाथ में रही हुई सिद्धशिला पर बिराजमान __२४ भगवान के दर्शन करें। ६. जो स्वर चले, वह पांव नीचे रखकर बिस्तर __का त्याग करना। ७. जिन मंदिर जाना, पूजा करना।
MAHESHEETHERE ARES 24
Jain Education Internationālor Personal & Private Use Onlwww.jainelibrary.org