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________________ मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2 श्री श्रेयांसनाथ भगवान का मंदिर, रठांजना इस मंदिर में निम्न प्रतिमाएँ स्थापित हैं : 1. श्री श्रेयांसनाथ भगवान श्वेत की (मूलनायक ) पाषाण की सं. 1815 पोष सुदि 11 का लेख है। 2. श्री चन्द्रप्रभ भगवान की (मूलनायक के दाएं ) श्वेत पाषाण की 7" ऊँची प्रतिमा है । 3. श्री जिनेश्वर भगवान की श्याम पाषाण की 2.5" ऊँची प्रतिमा है । Jain Education International यह शिखखरबंद मंदिर प्रतापगढ़ से 16 किलोमीटर नीमच रोड़ पर स्थित है। उल्लेखानुसार यह पूर्व में विमलनाथ भगवान का मंदिर वि. सं. 1800 के लगभग का निर्मित है जो पूर्ण रूप से जीर्ण शीर्ण होजाने नूतन रूप से निर्माण कराया गया। 4. श्री महावीर भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्याम पाषाण की 6 " ऊंची है। उत्थापित चल प्रतिमाएं व यंत्र धातु की : S 1. श्री महावीर भगवान की 7" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 1514 वै. शु. 13 का लेख है । 2. श्री सिद्धचक्र यंत्र गोलाकार उभरा हुआ 7" का है। इस पर सं. 1838 फा. शु. 3 का लेख है । For Personal & Private Use Only 240 www.jaihelibrary.org
SR No.004220
Book TitleMewar ke Jain Tirth Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Bolya
PublisherAthwa Lines Jain Sangh
Publication Year2011
Total Pages304
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size41 MB
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