________________
मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
मन्दिर
नरव
श्री शांतिनाथ भगवान का मंदिर, लसड़ावन
यह शिखरबंद मंदिर निम्बाहेड़ा से 15 किलोमीटर दूर ग्राम के मध्य में स्थित है। मंदिर 500 वर्ष प्राचीन बतलाया गया लेकिन ऐसा कोई प्रमाणिक साहित्य नहीं मिला । उल्लेखानुसार मंदिर से 1900 के लगभग का है लेकिन व्यवस्था के अभाव में क्षतिग्रस्त हो गया।मंदिर की बनावट के आधार पर मंदिर 200 वर्ष प्राचीन श्री
आदिनाथ भगवान का मंदिर था।प्राचीन प्रतिमा को ही स्थापित किया गया ।पुनः जीर्णोद्धार करा संवत् 2038 में पुनः प्रतिमा को स्थापित कराया।यह तृतीय श्रेणीका ठिकाना रहा है। मंदिर में निम्न प्रतिमाएं स्थापित है: 1. श्री शांतिनाथ भगवान की (मूलनायक) श्वेत पाषाण की 15" ऊँची प्रतिमा
है। इस पर संवत् 2038 माघ कृश्णा 6 का लेख है। 2. श्री श्रेयासनाथ भगवान की
(मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की 13" ऊँची प्रतिमा | है। इस पर संवत् 2038 का |
लेख है। 3. श्री संभवनाथ भगवान की
(मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण |
की 13" ऊँची प्रतिमा है। दोनो ओर आलिओं में:
श्री गरूड़ यक्ष की श्वेत पाषाण
की 11" ऊँची प्रतिमा है। 2. श्री निर्वाणी देवी की श्वेत
पाषाण की 11" ऊँची प्रतिमा
1.
है।
Jain Education nternational
For Persona (187 use only
www.jainelibrary.org