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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
श्री विमलनाथ भगवान का मंदिर, विनोता (निम्बाहेड़ा)
गा। यह घूमटबंद मंदिर निम्बाहेड़ा
से 15 किलोमीटर दूर ग्राम के आखिरी छोर पर स्थित है। उल्लेखानुसार पूर्व में चन्द्रप्रभ भगवान का मंदिर 1800 के लगभग का निर्मित है व वि.स. 1828 में प्रतिमा को स्थापित की। वर्तमान में श्री विमलनाथ भगवान कामंदिर है।
मंदिर में निम्न प्रतिमाएं स्थापित हैं :
1. श्री विमलनाथ भगवान की (मूलनायक) श्वेत पाषाण की 19" ऊँची प्रतिमा
2.
श्री नेमिनाथ भगवान की (मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की 17" ऊँची प्रतिमा है। इस पर सं. 1938 कार्तिक मास .... आगे सीमेन्ट में दबा है। श्री चन्द्रप्रभ भगवान की (मूलनायक के दाए)श्वेत पाषाण की 9" ऊँची प्रतिमा है। इस पर सं. 1828 का लेख
4.
श्री महावीर भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की 15" ऊँची प्रतिमा है। इस पर सं. 1938 ज्येष्ठ मासे शुक्ल पक्षे सप्तमी का लख है। श्री शांतिनाथ भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की 11" ऊँची प्रतिमा है। इस पर कोई लेख नहीं है।
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