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________________ मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2 84. श्री आदिनाथ भगवान की श्वेत पाषाण की 9" ऊँची प्रतिमा है। इस पर लेख है। 85. श्री आदिनाथ भगवान की श्वेत पाषाण की 9" ऊँची प्रतिमा है। इस पर लेख है – स्वस्ति श्री वि.सं. 1989 वर्ष फागुन शुक्ला 12 खौ मेदपाट उदयपुर निवासी दीवानसिंह -- 86. श्री नवपल्लम पार्श्वनाथ भगवान की श्वेत पाषाण की 19" ऊँची प्रतिमा है। इस पर लेख है – सादड़ी निवासी हीराचन्द --- 87. श्री भद्रावती पार्श्वनाथ भगवान की श्वेत पाषाण की 19" ऊँची प्रतिमा है। इस पर लेख है - शांताकुज तपागच्छ जैन संघेन -- 88. श्री महिमा पार्श्वनाथ की (मूलनायक) श्वेत पाषाण की 19" ऊँची प्रतिमा है। इस पर लेख है- उदयपुर निवासी श्रेष्ठि श्री मोहनलालजी नलवाया 89. श्री शांतिनाथ भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की 15" ऊँची प्रतिमा है। इस पर लेख है – संवत् 1989 फा.शु. 12 खौ मेदपाटेवती उदयपुरस्य श्री संघ श्रेयर्स श्री शांतिनाथ बिंब प्रतिष्ठित। 90. श्री चन्द्रप्रभु भगवान की (मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की 11" ऊँची प्रतिमा है। इस पर लेख है - संवत् 1130 - - श्री भाभा पार्श्वनाथ की (मूलनायक) की श्वेत पाषाण की 19" ऊँची प्रतिमा है। 92. श्री अजितनाथ भगवान की (मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की 15" ऊँची प्रतिमा है। श्री आदिनाथ भगवान की (मूलनायक के बाएं) की श्वेत पाषाण की 15" ऊँची प्रतिमा है। श्री दादा पार्श्वनाथ भगवान की (मूलनायक) श्वेत पाषाण की 19" ऊँची प्रतिमा है। इस पर लेख है – उदयपुर निवासी श्रेष्ठि श्री-- ___ श्री चन्द्रप्रभ भगवान (मूलनायक के दाएं) की श्वेत पाषाण की 9" ऊँची प्रतिमा है । इस पर लेख है। 01 95. Jain Education International For FertEOrivate Use Only www.jainelibrary.org.
SR No.004220
Book TitleMewar ke Jain Tirth Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Bolya
PublisherAthwa Lines Jain Sangh
Publication Year2011
Total Pages304
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size41 MB
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