SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 104
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 5 1. मंदिर में निम्न प्रतिमाएँ स्थापित है : 2. 3. मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2 1. श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ भगवान का मंदिर, राशमी Jain Education International श्री पार्श्वनाथ भगवान की (मूलनायक ) श्याम पाषाण की 25" ऊँची प्राचीन प्रतिमा है। इस पर कोई लेख नहीं है। श्री शांतिनाथ भगवान की (मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की 21" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2011 माघ सुदि 6 का लेख है। श्री संभवनाथ भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की 21" ऊँची प्रतिमा उत्थापित प्रतिमाएँ व यंत्र धातु की : है। इस पर संवत् 2011 माघ सुदि 6 का लेख है। यह शिखरबंद मंदिर चित्तौड़गढ़ से 25 व कपासन से 20 किलोमीटर दूर है। मंदिर 500 वर्ष प्राचीन बताया जाता है। प्रतिमा पर भी उत्कीर्ण लेख भी 500 वर्ष करीब है। उल्लेखानुसार 1621 का निर्मित है। DGC091 प्रेम Verance तय For Personal & Private Use Only 86 दरान आचार्य ODIOOK श्री पार्श्वनाथ भगवान की 7" ऊँची प्रतिमा है। इस पर कोई लेख नहीं । www.jainelibrary.org
SR No.004220
Book TitleMewar ke Jain Tirth Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Bolya
PublisherAthwa Lines Jain Sangh
Publication Year2011
Total Pages304
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size41 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy